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Sheohar news: किसानों की खुशहाली को लगी मौसम की 'नजर', फसल को भारी नुकसान

Sheohar news लगातार जारी बारिश ने धान से लगी किसानों की उम्मीदों पर फेरा पानी धान की फसलें हुई बर्बाद किसानों में कोहराम इलाके में जारी बारिश से जगह-जगह जलजमाव फसल को नुकसान के साथ ही आवागमन बाधित।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 19 Oct 2021 11:51 AM (IST)Updated: Tue, 19 Oct 2021 11:51 AM (IST)
Sheohar news: किसानों की खुशहाली को लगी मौसम की 'नजर', फसल को भारी नुकसान
श‍िवहर में लगातार बार‍िश से ग‍िरी धान की फसल। जागरण

शिवहर, जासं। आसमान से बरसी आफत की बारिश के साथ ही इलाके के किसानों की बर्बादी का दौर जारी है। पिछले तीन दिनों से रूक-रूककर जारी बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। कभी बाढ़ तो कभी सूखे के बीच पीसते किसानों की खुशहाली को एक बार फिर मौसम की 'नजर' लग गई हैं। लगातार बारिश की वजह से कटनी के बाद खेतों में सूखने के लिए रखी गई धान की फसल हो या फिर खेतों में कटाई के इंतजार में खड़ी धान की फसल तेज हवा और बारिश की वजह से बर्बादी के कगार पर पहुंच गई है। इलाके में चार-चार बार आई बाद ने किसानों की कमर तोड़ दी थी।

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किसानों ने महंगे दर पर बिचड़ा खरीद तीन से चार बार खेतों में धान की रोपनी की थी। मौसम की मार और विपरित परिस्थितियों में भी खेतों में धान के रूप में उम्मीदों की फसल लगाई थी। यही वजह हैं कि इलाके के खेतों में धान की फसल लहलहा रहे थे। बाढ़ की वजह से किसानों ने देर से रोपनी की थी। ऐसे में किसान 15 दिन बाद कटाई की तैयारी में थे। हालांकि, इलाके की 40 फीसद खेतों में जलजमाव की वजह से धान की कटाई प्रभावित हो रही थी। इसी बीच तेज हवा के साथ जारी बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है।

बताते चलें कि, जिले में ढाई हजार हेक्टेयर में धान की खेती की गई हैं। इसके तहत तरियानी प्रखंड में सर्वाधिक सात हजार 700 हेक्टेयर में और पुरनहिया प्रखंड में सबसे कम तीन हजार 600 हेक्टेयर में धान की खेती की गई है। डुमरी कटसरी में तीन हजार 700, शिवहर व पिपराही में पांच-पांच हजार हेक्टेयर में धान की खेती की गई है। अबतक 600 हेक्टेयर में कटाई हो चुकी है। बार‍िश की वजह से बचे हुए खेतों में जलजमाव से अब धान की कटाई में परेशानी होगी।


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