पीजी विभागध्यक्षों की नियुक्ति पर विवि ने लिया निर्णय, आज जारी हो सकती अधिसूचना
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में एक वर्ष से खाली पीजी भौतिकी और गणित विभाग को एक से दो दिन में नया अध्यक्ष मिल जाएगा।
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में एक वर्ष से खाली पीजी भौतिकी और गणित विभाग को एक से दो दिन में नया अध्यक्ष मिल जाएगा। सोमवार को विवि में कुलपति की अध्यक्षता में हुई सीनियरिटी कमेटी की बैठक में अध्यक्षों के नाम पर अंतिम रूप से निर्णय लिया गया है। मंगलवार को इसकी अधिसूचना जारी हो सकती है। विवि सूत्रों ने बताया कि भौतिकी विभाग का अध्यक्ष डा.ललन झा व गणित विभाग का जिम्मा आरएलएसवाई कालेज बेतिया के प्राचार्य डा.राजेश्वर प्रसाद यादव को बनाए जाने का निर्णय लिया गया है। कमेटी की ओर से सौंपी गई रिपोर्ट को आधार मानकर विवि ने यह निर्णय लिया है। इसमें कहा गया है कि विवि नियमावली और चांसलर कोर्ट में इससे पूर्व के मामलों पर लिए गए निर्णयों को भी कमेटी ने देखा। वहीं विधिक परामर्श लेने के बाद यह निर्णय लिया गया है। कामर्स विभागाध्यक्ष डा.प्रेमानंद को तीन महीने के लिए सेवा विस्तार नहीं दिया जाएगा। इसके बाद सबसे वरीय शिक्षक डा.आले मुस्तफा को कामर्स का विभागाध्यक्ष बनाया जाएगा। वहीं इलेक्ट्रानिक्स विभाग के लिए अलग से अध्यक्ष की नियुक्ति पर निर्णय नहीं हो सका। विवि के जूलाजी विभागाध्यक्ष डा.मनेंद्र कुमार इसी महीने में 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। ऐसे में अगले महीने जूलाजी विभागाध्यक्ष की भी नियुक्ति की जानी है। बता दें कि भौतिकी और गणित विभाग में अध्यक्ष का पद करीब एक वर्ष से प्रभार में चल रहा था। इस कारण कक्षाओं और अन्य कार्यो के संचालन में परेशानी आ रही थी।
पीजी चतुर्थ सेमेस्टर का फार्म भरने का आज अंतिम मौका
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से पीजी सत्र 2018-20 के चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षा फार्म मंगलवार तक भरा जाएगा। विवि की ओर से बताया गया कि कुछ विद्यार्थी फार्म भरने से वंचित रह गए थे। उन्हें एक और मौका दिया गया है। 500 रुपये विलंब शुल्क के साथ विद्यार्थी परीक्षा फार्म भर सकेंगे। परीक्षा नियंत्रक डा.संजय कुमार ने बताया कि सभी विभागाध्यक्षों व संबंधित कालेज के प्राचार्यों को कहा गया है कि शाम तक फार्म परीक्षा विभाग को उपलब्ध करा दें, ताकि एडमिट कार्ड समय से जारी किया जा सके। पीजी चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा 27 जनवरी से शुरू हो रही है। वहीं 10 फरवरी से प्रायोगिक परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।