विवि की वेबसाइट पर नई पाठ्य सामग्री नहीं की जा रही अपलोड
कोरोना संक्रमण के दौरान विश्वविद्यालय समेत सभी कॉलेजों में ऑफलाइन कक्षाओं का संचालन बंद है।
मुजफ्फरपुर : कोरोना संक्रमण के दौरान विश्वविद्यालय समेत सभी कॉलेजों में ऑफलाइन कक्षाओं का संचालन बंद है। ऐसे में सरकार और शिक्षा विभाग की ओर से सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन शुरू करने को कहा गया था। साथ ही विवि की वेबसाइट पर छात्रों के लिए पीडीएफ फॉर्मेट में पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध करानी थी। कुछ संस्थानों की ओर से ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन शुरू किया गया है। जबकि, अधिकतर में कक्षाएं संचालित नहीं हो रही हैं। जबकि विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अबतक एक भी नई पाठ्य सामग्री अपलोड नहीं की गई है। इस कारण छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कॉलेजों को ऑनलाइन कक्षाओं की रिपोर्ट प्रति सप्ताह भेजने को कहा गया था। इसे भेजकर महज कोरम पूरा किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे छात्रों का कहना है कि ऑनलाइन कक्षाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। नेटवर्क में भी गड़बड़ी रहती है। पाठ्य सामग्री वेबसाइट पर अपलोड की जाय ताकि उसे डाउनलोड कर वे अध्ययन कर सकें। विवि के अधिकारियों का कहना है कि कई शिक्षक कोरोना संक्रमित हो गए हैं। ऐसे में उनपर कक्षा संचालित करने के लिए दबाव नहीं बनाया जा सकता। पाठ्य सामग्री अपलोड करने के लिए कॉलेजों को निर्देश दिया जा रहा है। ताकि छात्र घर से ही सिलेबस की पढ़ाई पूरी कर सकें।
यूएमआइएस और एजेंसी के कई कर्मी संक्रमित, पीजी मेधा सूची में होगा विलंब
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के यूएमआइएस विभाग और ऑनलाइन कार्यों को संचालित कर रही एजेंसी के कई कर्मी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। इस कारण पीजी की मेधा सूची जारी करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि वर्तमान में विश्वविद्यालय और कॉलेज बंद हैं। वहीं आवेदन की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। अब मेधा सूची जारी करने की प्रक्रिया शुरू करनी थी, लेकिन इस विभाग और कार्यरत एजेंसी के कई कर्मी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। इस कारण कार्य पूरी तरह ठप हो गया है। यूएमआइएस कोऑर्डिनेटर प्रो.ललन कुमार झा ने बताया कि विवि बंद है लेकिन पीजी में नामांकन के लिए मेरिट लिस्ट तैयार किया जाना था। ताकि विवि और कॉलेज खुलते ही मेधा सूची जारी किया जा सके और विद्यार्थी नामांकन ले सकें। बताया कि अब इसमें समय लगेगा। बता दें कि पीजी में नामांकन के लिए विवि में 5350 सीटें निर्धारित हैं। विभिन्न पीजी विभागों और कॉलेजों में नामांकन के लिए 15 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने आवेदन दिया है। कई विषयों में सीट से 10 गुणा अधिक आवेदन आए हैं। मेधा सूची जारी होने के बाद विद्यार्थी विभाग और कॉलेजों में नामांकन लेंगे।