Final Year Exam in University: विश्वविद्यालय अपनी सुविधा अनुसार आयोजित कराएंगे अंतिम वर्ष की परीक्षा
Final Year Exam in University एक साथ व एक ही नियम से सभी विश्वविद्यालयों में परीक्षा के संचालन की चर्चा पर ब्रेक लग गया। अब अपनी सुविधा अनुसार अंतिम वर्ष की परीक्षा कराएगा विवि।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Final Year Exam in University: एक साथ और एक ही नियम से सभी विश्वविद्यालयों में परीक्षा के संचालन की चर्चा पर अब ब्रेक लग गया है। क्योंकि, राजभवन की ओर से परीक्षा और एकेडमिक कैलेंडर को लेकर गठित कुलपतियों की कमेटी ने विस्तृत सुझाव सौंप दिया है। इसमें कमेटी के सदस्यों ने जिक्र किया है कि सूबे के विभिन्न विश्वविद्यालयों में अलग-अलग इंफ्रास्ट्रक्चर हैं। ऐसे में एक समय पर परीक्षा का आयोजन मुश्किल है। ऐसे में यूजीसी की ओर से आए दिशा निर्देशों का पालन करते हुए विवि अलग-अलग परीक्षा का संचालन कराएं। अब इसपर कुलाधिपति को निर्णय लेना है।
जबकि, यूजीसी ओर से जारी दिशा निर्देश में स्पष्ट कहा गया है कि विवि ऑनलाइन, ऑफलाइन या ओएमआर शीट से स्नातक और स्नातकोत्तर के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षा कराने को स्वतंत्र हैं। इसी को लेकर राजभवन की ओर से कुलपतियों की एक कमेटी का गठन किया गया था। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.हनुमान प्रसाद पांडेय ने बताया कि एक दिन पहले राजभवन में इसी को लेकर बैठक बुलाई गई थी। इसमें रपोर्ट सौंप दी गई है।
कमेटी ने कई विवि से लिए सुझाव
राजभवन की ओर से गठित कमेटी ने अंतिम वर्ष की परीक्षा के संचालन के संबंध में कई विवि से सुझाव लिए। इसके बाद यह रिपोर्ट तैयार कर राजभवन को सौंपी गई है। हालांकि, यूजीसी के निर्देश के अनुसार सितंबर तक यूजी और पीजी के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षा सितंबर तक लेनी है। जबकि, बीच के सेमेस्टर के विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अगले सेमेस्टर व साल में प्रमोट करना है। लेकिन, कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच ऑफलाइन परीक्षा का संचालन कर पाना मुश्किल है। ऐसे में हो सकता है कि ऑनलाइन मोड में या ओएमआर शीट पर अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षा ली जाए।
ऑनलाइन के लिए विकसित करना होगा सेटअप
यदि ऑनलाइन मोड में परीक्षा लेने का आदेश आता है तो बीआरए बिहार विश्वविद्यालय को काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि, विवि से संबद्ध अधिकतर कॉलेज ग्रामीण इलाकों में हैं। जहां इंटरनेट की समस्या है। ऐसे में मुख्यालय के कॉलेजों में ही उनकी परीक्षा ली जाएगी। साथ ही विशेष सॉफ्टवेयर की खरीदारी भी करनी होगी। कर्मियों को प्रशिक्षण देना होगा। विद्यार्थी भी पहली बार ऑनलाइन परीक्षा में बैठेंगे ऐसे में उन्हें परेशानी नहीं हो इसका भी ख्याल रखना होगा।