पढ़ने जा रहे बुआ-भतीजे को टैंकर ने रौंदा, मौत, हंगामा, थाना परिसर में तोड़फोड़
घटना से नाराज लोगों ने तीन घंटे तक जाम रखा एनएच। कई वाहन क्षतिग्रस्त। मुआवजा और वाहनों की रफ्तार नियंत्रित करने की मांग पर अड़े रहे लोग। घंटों बाद पुलिस की पहल पर माने।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। पूर्वी चंपारण के पीपराकोठी चौराहे पर रविवार को कोचिंग जा रहे एक हीं परिवार के दो बच्चों (बुआ-भतीजे) को एक अनियंत्रित टैंकर ने रौंद दिया। घटनास्थल पर हीं दोनों की मौत हो गई। बच्चे पीपराकोठी थानाक्षेत्र मझरिया गांव के एक ही परिवार के थे। घटना से नाराज लोगों ने एनएच जाम कर दिया और स्थानीय थाने में तोड़फोड़ की। इस दौरान थाने में लगे पुलिस वाहन व उपस्कर क्षतिग्रस्त हो गए। एनएच पर करीब तीन घंटे तक आवागमन बाधित रहा।
लोगों की मांग थी कि पीड़ित परिजनों को मुआवजा दिया जाए और सड़क पर चौराहे के पास अतिक्रमण हटाया जाए। मौके पर पहुंचे सीओ ने तत्काल बच्चों के परिजनों को 4-4 लाख का चेक बतौर मुआवजा दिया। इसके बाद सड़क पर आवागमन सामान्य हुआ और लोग माने। बताया जाता है कि मझरिया निवासी पशुराम सहनी की पुत्री उषा (15) अपने भतीजा नंदेश्वर सहनी के पुत्र राजकुमार (10) के साथ साइकिल से कोचिंग जा रहे थी। चौराहे पर मुड़ने के दौरान मुजफ्फरपुर की ओर से दूसरे लेन में आ रहे अनियंत्रित टैंकर की चपेट में आ गए।
धक्का लगने के बाद बच्चा कुछ दूरी पर फेंका गया। वहीं टैंकर में फंसी बच्ची कुछ दूर तक घसीटी जाती रही। स्थानीय लोगों ने तत्काल चालक को पकड़ लिया। जमकर पिटाई की और पुलिस को सौंप दिया। गांव में सूचना पहुंची और सैकड़ों ग्रामीण सड़क पर आ गए। एनच जाम कर दिया और थाने में तोड़फोड़ की।
थाने में खड़े तीन पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। फर्नीचर व कमरे का ताला तोड़कर अंदर रखे कागजात एवं अन्य सामग्रियों को तितर-बितर कर दिया। बाद में कोटवा, छतौनी व मुफस्सिल थाना की पुलिस के साथ थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार रंजन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।
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