मुजफ्फरपुर में दो चिकित्सकों पर महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की कवायद तेज
सीएस कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार डॉ.राजु कुमार व डॉ.नैयर एकवाल को सदर कोविड के लिए चलाये गए कंट्रोल रूम में तैनात किया गया था। यहां के प्रभारी डॉ.सीके दास ने सिविल सर्जन को रिपोर्ट दी कि आठ मई को इन दोनों की ड्यूटी थी लेकिन नहीं आए।
मुजफ्फरपुर, जासं। कोरोना महामारी में अपने काम से गायब रहने वाले चिकित्सकों पर अब महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की कवायद शुरू हो गई है। सीएस कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार डॉ.राजु कुमार व डॉ.नैयर एकवाल को सदर अस्पताल परिसर में कोविड के लिए चलाये गए कंट्रोल रूम में तैनात किया गया था। यहां के प्रभारी डॉ.सीके दास ने सिविल सर्जन को रिपोर्ट दी कि आठ मई को इन दोनों की ड्यूटी थी, लेकिन नहीं आए। इस दौरान दर्जनों मरीजों के फोन भी आए। उनके वहां पहुंचने पर कर्मचारियों ने बताया कि मरीजों के फोन आ रहे हैैं और डॉक्टर नहीं आए हैं। इसके बाद उन्होंने मरीजों को फोन करके सलाह दी। चिकित्सकों के नहीं आने से सेवा प्रभावित हुई है। मरीजों में आक्रोश देखा गया। सिविल सर्जन डॉ.एसके चौधरी ने बताया कि डॉ.राजु कुमार व डॉ.नैयर एकवाल की कंट्रोल रूम में ड्यूटी लगाई गई थी। यहां कोविड मरीज जो होम आइसोलेशन में हंै वे फोन करके सलाह लेते हैं। इस महत्वपूर्ण काम से अनुपस्थित रहना लापरवाही है। सीएस ने कहा कि दोनों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। 24 घंटे में संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है तो महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई होगी। कंट्रोम रूम से मरीजों को काफी लाभ मिल रहा है। अभी जो हालात हैं उसमेंं टेलीमेडिसिंस सुविधा की काफी अहमियत है।
आरएसएस कॉलेज के प्राध्यापक डॉ.तरुण का कोरोना से निधन
मुजफ्फरपुर : रामश्रेष्ठ सिंह कॉलेज चोचहां में जंतु विज्ञान विभाग के प्राध्यापक सह विधान पार्षद प्रो.संजय कुमार ङ्क्षसह के चचेरे भाई डॉ.तरुण कुमार (56 वर्ष) का कोरोना से पटना में निधन हो गया। कोरोना संक्रमित होने के बाद वे पटना के एक निजी अस्पताल में पिछले 10 दिनों से भर्ती थे। वे अपने पीछे एक पुत्र और पुत्री छोड़ गए हैं। उनके निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कॉलेज के सचिव विनोद कुमार ने कहा कि डॉ.तरुण के निधन से कॉलेज परिवार सदमे में है। कॉलेज ने एक अच्छा और अनुशासित शिक्षक खो दिया। कहा कि दुख की इस घड़ी में कॉलेज के आकस्मिक निधि से 50 हजार की राशि तुरंत उनके परिवार को दी जाएगी। शोक संवेदना व्यक्त करने वालों में पूर्व सचिव आमोद कुमार, प्राचार्य प्रो.श्याम किशोर पांडेय, प्रो.नीलू कुमारी, डॉ.प्रेमनाथ ङ्क्षसह, डॉ.अरङ्क्षवद कुमार, डॉ.ललित किशोर, डॉ.सतीश कुमार, डॉ.उमेश कुमार श्रीवास्तव, डॉ.ललन शर्मा, प्रो.मनोज कुमार, प्रो.हरिशंकर चौधरी, प्रो.शशि भूषण कुमार, प्रो.विमल कुमार, प्रो.विनोद कुमार राय, प्रो.नवीन कुमार, डॉ.अनिल धवन, डॉ.ध्रुव कुमार, डॉ.रेणु कुमारी, डॉ.वीणा कुमारी, प्रो.धीरेंद्र कुमार, विकास कुमार, गणेश कुमार आदि शामिल हैं। इधर, विधान पार्षद प्रो.संजय कुमार ङ्क्षसह, बुस्टा अध्यक्ष प्रो.विवेकानंद शुक्ला, बुस्टा महासचिव डॉ.अवधेश कुमार ङ्क्षसह, बुटा सचिव डॉ.सुनील कुमार ङ्क्षसह, सीनेटर डॉ.रमेश प्रसाद गुप्ता, डिग्री सम्बद्ध महाविद्यालय मोर्चा के प्रो. रामविनोद शर्मा, प्रो.सत्येंद्र कुमार ÓटुनटुनÓ, प्रो.विभाष कुमार, प्रो.अजय शर्मा, प्रो.अजय श्रीवास्तव आदि ने भी उनके निधन पर शोक संवेदना व्यक्त कीे।