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एसकेएमसीएच में AES पीडि़त बच्ची समेत दो की मौत, जानिए अन्य की क्या है स्थिति

पांच बच्चों ने जीती AES की जंग। तेज बुखार से पीडि़त सात बच्चों को पीकू वार्ड में किया गया भर्ती।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 16 Jun 2020 07:49 AM (IST)Updated: Tue, 16 Jun 2020 07:49 AM (IST)
एसकेएमसीएच में AES पीडि़त बच्ची समेत दो की मौत, जानिए अन्य की क्या है स्थिति
एसकेएमसीएच में AES पीडि़त बच्ची समेत दो की मौत, जानिए अन्य की क्या है स्थिति

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एसकेएमसीएच में इलाजरत दो बच्चों की मौत हो गई। इनमें से एक एईएस पीडि़त पूर्वी चंपारण के पीपरा सीताकुंड निवासी धर्मेन्द्र साह की तीन वर्षीय पुत्री सृृष्टि कुमारी तथा दूसरी तेज बुखार व उल्टी-दस्त से पीडि़त रूपाली शामिल हंै। 

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जानकारी के अनुसार सृष्टि को नौ जून की सुबह चमकी बुखार से पीडि़त होने पर पीकू वार्ड में भर्ती कराया गया था। रिपोर्ट आने के बाद बच्ची में एईएस की पुष्टि हुई थी। वहींसोमवार सुबह करजा थाना के बड़कागाव तुलसी महतो की ढाई साल की बेटी रूपाली कुमारी को दो दिन पूर्व दस्त व चमकी से पीडि़त होने पर पीकू वार्ड में भर्ती कराया गया था। जिले में अबतक तक एईएस पीडि़त बच्चों के मौत की संख्या छह पर पहुंच गई है। हालांकि मौसम में बदलाव के बाद स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा रही है। 

सात बच्चों का चल रहा इलाज

तेज बुखार से पीडि़त सात बच्चों को भर्ती कराया गया है। इलाजरत बच्चों में सिकंदरपुर के ढाई वर्षीय एंजल कुमारी, पूर्वी चम्पारण के कोटवा के सात वर्षीय अमित कुमार, सुगौली के 11 वर्षीय रंजना कुमारी, मिठनपुरा के 14 माह के आरती कुमारी, सीतामढ़ी पुरनैया के 11 वर्षीय कुंदन कुमार, मीनापुर के सात वर्षीय मो अरमान व अहियापुर के 30 माह के सनी कुमार को भर्ती कराया गया है। 

पांच बच्चों ने जीत ली एईएस की जंग 

एसकेएमसीएच में जीवन-मौत से जूझ रहे पांच बच्चों ने एईएस से जंग जीत ली। शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि बीमारी के बाद समय से इलाज शुरू होने पर बच्चों को बचाया जा सकता है। जो भी बच्चे पीकू वार्ड में आए उनका इलाज प्रोटोकॉल के तहत किया गया। डॉ.सहनी ने बताया कि जिन बच्चों को छुट्टी दी गई है उनमें वैशाली की अनुष्का, पूर्वी चंपारण की अंजुला कुमारी, पटियासा का सुधीर कुमार, जमालाबाद की प्रीति कुमारी व सुरसंड का सुधीर शामिल है।  


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