एप के जरिए गरीबों को मिलने वाले अनाज में होगी पारदर्शिता
मुजफ्फरपुर जनवितरण प्रणाली की दुकानों से गरीबों को मिलने वाले अनाज में पारदर्शिता के लिए विभाग ने दो एप लांच किए।
मुजफ्फरपुर : जनवितरण प्रणाली की दुकानों से गरीबों को मिलने वाले अनाज में पारदर्शिता के लिए विभाग ने दो एप लांच किए हैं। इन एप के जरिए लाभुकों को राशन में उन्हें मिलने वाले खाद्यान्न की जानकारी मिलेगी। मंगलवार को सिकंदरपुर स्टेडियम में खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी ने विभाग से संबंधित अन्नपूर्णा एप और एसएफसी मॉनिटरिग एप का उद्घाटन किया।
इस दौरान जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में जन वितरण प्रणाली की दुकानों में पीओएस मशीनों की व्यवस्था की जा चुकी है। अब ये दो एप के रूप में की गई नई व्यवस्था और अधिक कारगर साबित होगी। इससे सौ फीसदी खद्यान्न लाभुकों को मिल सकेगा।
एप के उद्घाटन के बाद मंत्री ने स्टील प्लेट बैनर एवं जिंगल गाते वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मंत्री ने कहा कि अनाज वितरण में मात्र एक महीने में बिहार देश का दूसरा राज्य बन गया है। एसएफसी मॉनिटरिग एप की विशेषज्ञता के बारे में उन्होंने बताया कि इससे खाद्यान्न का टीपीडीएस गोदामों में आगत एवं निर्गत में काफी पारदर्शिता आएगी। अन्नपूर्णा एप के बारे में उन्होंने कहा कि इससे जन वितरण प्रणाली विक्रेताओं के अनाज प्राप्त करते ही इससे संबंधित ऑनलाइन मैसेज सभी संबंधितों को प्राप्त हो जाएगा। जिंगल युक्त वाहन टीपीडीएस गोदामों से खाद्यान्न लेकर लक्षित जनवितरण प्रणाली विक्रेताओं की दुकानों तक जाएंगे। इससे लाभुकों में जागरूकता आएगी। उन्हें पता चल जाएगा कि उन्हें किस महीने का खाद्यान्न मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि वन नेशन वन राशन कार्ड जून तक राज्य में लागू करने का प्रयास किया जाएगा। प्रबंध निदेशक अनिमेश कुमार पराशर ने कहा कि एप के जरिए प्रत्येक महीने लाभुकों को खाद्यान्न मिलने की जानकारी मिलेगी। अनाज वितरण करने के बाद डीलर लाभुकों का इस एप पर तस्वीर खींचकर भी डालेंगे। मौके पर प्रबंध निदेशक अनिमेश कुमार पराशर, सचिव पंकज कुमार पाल, डीएम आलोक रंजन घोष, एसएफसी जिला प्रबंधक प्रवीण कुमार दीपक व अन्य गण्यमान्य उपस्थित थे।
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