भारत के जयनगर से नेपाल के जनकपुर तक ट्रेनों का परिचालन इस तिथि से
19 दिसंबर को विवाह पंचमी के दिन से जयनगर भाया जनकपुर कूर्था तक प्रथम चरण में 31 किलोमीटर के रेलखंड पर डेमू ट्रेन का परिचालन प्रारंभ किया जा सकता है।एक बार फिर ट्रेन सेवा के माध्यम से जुड़ने को तैयार भगवान श्रीराम व माता जानकी की धरती।
मधुबनी, जेएनएन। जयनगर-जनकपुर रेलखंड पर लंबे अरसे के बाद एक बार फिर सवारी गाड़ियों का परिचालन प्रारंभ होने की चर्चा से लोगों में खुशी का माहौल है। रेल परियोजना का काम करा रहे भारतीय कंपनी के अधिकारी की मानें तो आगामी 19 दिसंबर को विवाह पंचमी के दिन से जयनगर भाया जनकपुर कूर्था तक प्रथम चरण में 31 किलोमीटर के रेलखंड पर डेमू ट्रेन का परिचालन प्रारंभ किया जा सकता है। हालांकि, नेपाल रेलवे के अधिकारी इस बाबत कुछ भी बताने से परहेज़ कर रहे हैं। लेकिन, ट्रेन का परिचालन प्रारंभ होने की घोषणा कभी भी नेपाल रेल द्वारा किए जाने से इनकार नहीं किया जा सकता है। मां जानकी की धरती एवं धार्मिक नगरी जनकपुर के लिए एक बार फिर ट्रेन सेवा शुरू होने से लोगो में खुशी का माहौल है।
एक जोड़ी डेमू ट्रेन इनरवा स्टेशन पर परिचालन को खड़ी
इस रेलखंड पर सवारी गाड़ी परिचालन के लिए कोंकण रेलवे द्वारा एक जोड़ी डेमू ट्रेन नेपाल रेलवे को हस्तगत कराया जा चुका है, जो इनरवा स्टेशन पर खड़ी है। एक साल तक गाड़ियों के परिचालन के लिए भारतीय रेल के कर्मचारी की सेवा लेने के लिए भी बातचीत की जा चुकी है। नेपाल रेलवे ट्रेन परिचालन के लिए कर्मचारियों एवं अधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया भी प्रारंभ कर चुकी है।
साढ़े छह वर्षों के बाद रेलखंड पर गाड़ियों का परिचालन
जयनगर-जनकपुर रेलखंड पर साढ़े छह वर्षो के बाद एक बार फिर सवारी गाड़ी का परिचालन प्रारंभ होने की खबर मात्र से दोनों देशों के सीमावर्ती इलाकों में खुशी की लहर है। मार्च 2014 में उक्त रेलखंड पर मेगा ब्लाक कर इरकान द्वारा जयनगर से बरदीबांस तक 65 किलोमीटर में निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था। प्रथम चरण में जयनगर से कुरथा तक 31 किलोमीटर में निर्माण कार्य पूरा कर गाड़ियों का परिचालन प्रारंभ करने का लक्ष्य निर्धारित कर कार्यों को पूरा किया गया है। हालांकि, अभी भी कुछ कार्य पूरा नहीं होने के कारण भी परिचालन में विलंब होने की बात कही जा रही है, जिसे युद्ध स्तर पर पूरा किया जा रहा है। शुरुआत में 540 करोड़ की लागत से काम को पूरा किया जाना था, जो बढ़कर अब 819.10 करोड़ हो गया है।
पांच स्टेशन और तीन हाल्ट का हुआ निर्माण
जयनगर-कुर्था के बीच पांच स्टेशन और तीन हाल्ट का निर्माण कराया गया है। जयनगर, इनरवा, खजुरी, वैदेही एवं कूर्था को स्टेशन का दर्जा दिया गया है। जबकि, महिनाथपुर, परवाहा एवं जनकपुर को हाल्ट के रूप में विकसित किया गया है। जयनगर से कुरथा तक ट्रेन परिचालन प्रारंभ करने को लेकर भारतीय सुरक्षा एजेंसी, कस्टम समेत अन्य एजेंसी अपनी तैयारी पूरी कर चुके हैं। इरकॉन के सहायक प्रबंधक रवि सहाय ने बताया कि नेपाल रेलवे विवाह पंचमी के दिन से गाड़ियों का परिचालन प्रारंभ कर सकती है। उन्होंने बताया कि बचे हुए कार्यों को युद्धस्तर पर पूरा किया जा रहा है।