घर पहुंचे परदेसी, मत पूछो कैसा रहा सफर
पर्व में बाहर से यात्रियों का आना शुरू हो गया है। इसी के साथ शुरू हो गई है ट्रेनों में सीट को मारामारी भी।
मुजफ्फरपुर। पर्व में बाहर से यात्रियों का आना शुरू हो गया है। इसी के साथ शुरू हो गई है ट्रेनों में सीट को मारामारी भी। दिल्ली, मुंबई, अमृतसर व हावड़ा समेत अन्य जगहों से आने वाली ट्रेनों की एसी, स्लीपर व जनरल बोगियों में खचाखच भीड़। फर्श से लेकर शौचालय तक में लटके यात्री। शनिवार को बाहर से आने वाली ट्रेनों में यही नजारा दिखा। परिजन ने पूछा कि सफर कैसा रहा, तो चेहरे पर एक दर्द छलक गया। उनका यही कहना था, बस आ गए। ये मत पूछो कि सफर कैसा रहा। स्टेशन के अधिकारियों का कहना है कि अधिकतर ट्रेनों का यही हाल है। तत्काल टिकट में भी यही हाल है। हजारों रुपये खर्च करने के बाद भी कंफर्म सीट का टिकट नहीं मिल रहा है।
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ट्रेनों में 30 अक्टूबर तक की स्थिति
ट्रेन एसी व स्लीपर
-वैशाली एक्सप्रेस 20 200
-बिहार संपर्क क्रांति 30 300
-पवन एक्सप्रेस 40 350
-स्वतंत्रता सेनानी 22 250
-अवध असम एक्सप्रेस 15 200
-ग्वालियर मेल 15 150
-गोंदिया एक्सप्रेस 20 220
-पोरबंदर एक्सप्रेस 30 240
-यशवंतपुर एक्सप्रेस 12 140
स्पेशल ट्रेन भी फुल
दिल्ली से आने वाली स्पेशल ट्रेनों में भी कंफर्म सीट नहीं है। यात्रियों का कहना है कि स्पेशल ट्रेनें विलंब चलती हैं, जिससे यात्रियों को दिक्कत होती है। इधर, जंक्शन पर ट्रेन से उतरने वाले यात्री गंतव्य स्थान के लिए प्रीपेड काउंटर पर वाहन की बुकिंग करवा रहे हैं। इससे चार पहिया वाले वाहन चालकों की चांदी है।