ट्रेन का इंजन फेल, गुस्से से यात्री हुए लाल
मुजफ्फरपुर। दरभंगा-सीतामढ़ी रेलखंड के टेकटार हॉल्ट के पास सोमवार को रक्सौल-समस्तीपुर वाया दरभंगा आने
मुजफ्फरपुर। दरभंगा-सीतामढ़ी रेलखंड के टेकटार हॉल्ट के पास सोमवार को रक्सौल-समस्तीपुर वाया दरभंगा आने वाली पैसेंजर ट्रेन 75228 का इंजन अचानक फेल हो गया। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से यात्री गुस्से से लाल हो गए और जमकर हल्ला किया। बावजूद, रेलवे की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई। कंट्रोल को सूचना दी गई। इसके बाद दरभंगा स्टेशन से एक इंजन को भेजा गया। इसके बाद उस ट्रेन को दरभंगा लाया गया। इस बीच परिचालन बाधित रहा। करीब दो घंटे तक रेलवे ट्रैक पर इंजन व बोगी लगी रही। स्कूल-कॉलेज, कार्यालय व अस्पताल जाने वाले लोग ट्रेन से उतर गए। कोई टेंपो से तो कोई बस पर सवार होकर दरभंगा पहुंचे। बावजूद, कई लोग टेकटार हॉल्ट पर फंसे रहे। जो यात्री सड़क मार्ग से पहुंचे उनसे निर्धारित भाड़ा से अधिक राशि की वसूली की गई। यात्रियों की अधिक संख्या रहने के कारण लोग टेंपो व बस पर चढ़ने के लिए मारामारी करने लगे। यही कारण था कि सभी मनमाने ढंग से भाड़ा की वसूली कर रहे थे। यात्री मुकेश कुमार, राजेश महतो, रामदयाल शर्मा, गीता देवी आदि ने बताया कि इस रेलखंड में आए दिन ऐसी समस्याएं रहती है। स्थायी निदान के प्रति रेलवे संज्ञान नहीं ले रहा है। नतीजा, यात्रियों को रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ता है। जब से इस रेलखंड पर डीएमयू ट्रेन का परिचालन हुआ है तब से ऐसी लोगों की परेशानी बढ़ गई है। बताया कि यह ट्रेन सुबह के साढ़े चार बजे में रक्सौल से खुलकर 6.37 में सीतामढ़ी पहुंचती है। लेकिन, आज यह डेढ़ घंटे लेट पहुंची। इसके बाद टेकटार में इंजन फेल हो गया तो दो घंटे बाद दूसरे इंजन से ट्रेन को दरभंगा लाया गया। ट्रेन में सवार यात्री शेड विहीन टेकटार रेलवे स्टेशन पर चिलचिलाती धूप में जलने को विवश दिखे। पानी पीने के लिए एकमात्र चापाकल पर लोगों की कतार लगी रही।छांव की तलाश में यात्री इधर उधर भटकते दिखे। प्रभारी स्टेशन अधीक्षक, संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि कंट्रोल की सूचना पर दरभंगा से एक इंजन को टेकटार भेजा गया। 11.45 में वहां से ट्रेन दरभंगा के लिए खुल गई।