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बिहार के रक्सौल में दर्दनाक हादसाः पानी भरे गड्ढे में डूबकर दो सगी बहनों समेत पांच बच्चियों की मौत

बिहार के रक्सौल में मंगलवार को दर्दनाक हादसा हो गया। पानी भरे में गड्ढे में डूबकर पांच बच्चियों की मौत हो गई। मरने वालों में दो सगी बहन भी शामिल हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए मोतिहारी भेजा गया।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Tue, 24 Aug 2021 06:48 PM (IST)Updated: Tue, 24 Aug 2021 06:48 PM (IST)
बिहार के रक्सौल में दर्दनाक हादसाः पानी भरे गड्ढे में डूबकर दो सगी बहनों समेत पांच बच्चियों की मौत
बिहार के रक्सौल में पांच बच्चियों की डूबकर मौत हो गई। सांकेतिक तस्वीर।

जागरण टीम, मुजफ्फरपुर: उत्तर बिहार में पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल प्रखंड अंतर्गत रामगढ़वा में पानी भरे गड्ढे में डूबने से मंगलवार को पांच बच्चियों की मौत हो गई। ग्रामीणों के अनुसार वे बाढ़ वाले क्षेत्र में घोघा चुनने गई थीं, इसी दौरान पैर फिसलने और एक-दूसरे को बचाने के क्रम में डूबने से पांचों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान भिखर महतो उर्फ कृष्णा महतो की बेटी सीमा कुमारी (8) व कोशिला कुमारी (10), अवधेश महतो की बेटी सुगी कुमारी (12), रमेश महतो की बेटी संगीता कुमारी (10) और बदरी महतो की बेटी शोभा कुमारी (12) के रूप में की गई है। हादसे के बाद स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बच्चियां खेतीहर जमीन के पास गई थीं, जहां पानी भरे गड्ढे में डूबने से हादसा हुआ। 

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आधा दर्जन गांवों में फैला पानी

इधर, मुजफ्फरपुर जिले के पारू प्रखंड में बाया नदी का तटबंध टूटने से करीब आधा दर्जन गांवों में पानी फैल गया है। सड़कों के ऊपर दो से तीन फीट पानी बह रहा है। बूढ़ी गंडक की उफान से शहर के आधा दर्जन मोहल्लों में पानी कम नहीं हो रहा है। इन इलाकों में लोग नाव से आ-जा रहे हैं। बागमती, लखनदेई और मानुषमारा का भी असर दिख रहा है। साहेबगंज, पारू, कटरा, बंदरा में इन नदियों का पानी घुस रहा है। वहीं समस्तीपुर के मोरवा में नून नदी का कहर जारी है। यहां करीब एक दर्जन गांव पानी से घिरे हैं, जबकि गंडक में उफान से उजियारपुर, सरायरंजन और शहरी इलाकों में पानी फैल रहा है। गंगा और बाया नदी का जलस्तर अभी भी खतरे के निशाने से ऊपर है। उधर, शिवहर में बागमती का कहर जारी है। पिपरासी में कटाव हो रहा है। पश्चिम चंपारण के बगहा इलाके में भी मसान नदी कटाव कर रही है। इसी बीच मंगलवार को गंडक बराज से एक लाख 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया।


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