Top Muzaffarpur News of the day, 13 January 2020, शिवहर में अाग लगने से नौ घर जलकर राख, पांच करोड़ के लिए 'अपनों' ने ही रची थी किशन कुमार अग्रवाल के अपहरण की साजिश
Top Muzaffarpur News of 13 January 2020 । शाम चार बजे तक की मुजफ्फरपुर की टॉप 5 खबरें। ताजातरीन खबरों के लिए बने रहिए हमारे साथ।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Top Muzaffarpur News of 13 January 2020 । शाम चार बजे तक की मुजफ्फरपुर की टॉप 5 खबरें। ताजातरीन खबरों के लिए बने रहिए हमारे साथ।
शिवहर में अाग लगने से नौ घर जलकर राख,गैस सिलेंडर में विस्फोट, जानें कैसे लगी आग
जिले के तरियानी थाना अंतर्गत खाजेपुर गांव में बीती देर रात अगलगी की घटना हुई। इस दौरान नौ घर पूरी तरह जल गए। सूचना पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाया। डीएम अवनीश कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे। वहां उन्होंने जायजा लिया और प्रभावितों से मुलाकात की।
CA kidnapping : पांच करोड़ के लिए 'अपनों' ने ही रची थी किशन कुमार अग्रवाल के अपहरण की साजिश
सिलीगुड़ी के प्रसिद्ध चार्टर्ड अकाउंटेंट किशन कुमार अग्रवाल को अगवा कर पांच करोड़ वसूलने के लिए बड़ी साजिश की गई थी। बदमाशों की टीम को पूरा भरोसा था कि किशन के घरवालों से मांगी गई फिरौती मिल जाएगी। इस फेर में बदमाशों ने घटना के बाद जब उनकी पत्नी को फोन किया तभी धमका दिया कि पुलिस को सूचना दी गई तो मार देंगे।
देवर परीक्षा केंद्र से भाभी के बाहर निकलने का कर रहा था इंतजार मगर, वह नहीं लौटीं,फिर क्या हुआ...जानें
प्रेम में असीम शक्ति होती है। व्यवस्था से बगावत करने तक की शक्ति। सामाजिक मान्यताओं को चुनौती देने की शक्ति। मुजफ्फरपुर में इंटरमीडिएट की परीक्षा के दौरान इस तरह की शक्ति का प्रदर्शन देखने को मिला। एक नवविवाहिता तमाम बंदिशों को तोड़ते हुए परिजनों से दूर चली गईं। जब मामले की छानबीन की गई तो पता चला कि पारू के बहदीनपुर निवासी पूर्व प्रेमी सुबोध कुमार काे उसने मैसेज किया है। जिसमें जल्द ही मिलने की बात कही है।
गुजरात में प्रैक्टिस कर रहे चिकित्सक की डिग्री निकली फर्जी, जानें कैसे सच्चाई आई सबके सामने
गुजरात के राजकोट में बीएचएमएस चिकित्सक का बोर्ड लगाकर प्रैक्टिस करने वाले एक चिकित्सक की डिग्री फर्जी पाई गई है। विश्वविद्यालय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दो दिनों पूर्व गुजरात पुलिस जांच को आई तथा विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष रामनाथ प्रसाद से संपर्क किया। सारे कागजात के साथ परीक्षा विभाग के अधिकारियों के सहयोग से उक्त चिकित्सक की डिग्री का अवलोकन किया गया तो वह फर्जी निकली। पुलिस सारे प्रमाण के साथ लौटी।