पिछले साल सूबे में अव्वल, इस बार राजस्व वसूली में हांफ रहा मधुबनी जिले का पंडौल अंचल
Madhubani News वित्तीय वर्ष 2020-21 में राज्य में सर्वाधिक राजस्व वसूली के लिए पंडौल सीओ हुए थे सम्मानित इस वर्ष 36 लाख राजस्व वसूली के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक महज 38.8 प्रतिशत उपलब्धि। हालांकि अभी लगातार प्रयास जारी है।
मधुबनी, पंडौल {प्रदीप मंडल}। जिस प्रखंड को वर्ष 2020-21 में राज्य स्तर पर सर्वाधिक राजस्व वसूली करने के लिए भू-राजस्व मंत्री ने सम्मानित किया था, आज वह प्रखंड राजस्व वसूली में हांफ रहा है। पिछले वर्ष पंडौल अंचल ने लक्ष्य 30 लाख का शत प्रतिशत राजस्व वसूली कर पूरे राज्य में नाम किया था। इस साल पंडौल अंचल का लक्ष्य 36 लाख राजस्व वसूली का है, जबकि अब तक मात्र 14 लाख की वसूली हो सकी है। यानी कि अब तक पंडौल अंचल की उपलब्धि महज 38.8 प्रतिशत है।
वित्तीय वर्ष खत्म होने में अब ढ़ाई माह से भी कम समय बचा है। ऐसे में इस बार लक्ष्य प्राप्त करना मुश्किल लग रहा है। बता दें कि पंडौल अंचल को राजस्व वसूली में राज्य में प्रथम स्थान लाने पर तत्कालीन अंचल अधिकारी पंकज कुमार को पटना में भू-राजस्व मंत्री ने सम्मानित किया था, लेकिन, इस वर्ष के हालात को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि परिणाम इसके ठीक विपरीत आएगा।
कर्मियों की कमी से जूझ रहा अंचल कार्यालय
पंडौल अंचल कर्मियों की कमी से जूझ रहा है। हालात यह हैं कि अंचल निरीक्षक राजस्व कर्मचारी का कार्य कर किसी तरह पंडौल अंचल के कार्यों का संपादन कर रहे हैं। पंडौल अंचल में कुल 26 हल्का हैं। जिनके कार्य संपादन के लिए अंचल निरीक्षक सहित महज तीन ही हल्का कर्मचारी रह गए हैं। अंचल निरीक्षक सह हल्का कर्मचारी नारायणजी झा कुल आठ हल्का का काम देखते हैं। उनके जिम्मे श्रीपुर हाटी उत्तरी, मध्य व दक्षिणी, दहिवत माधोपुर पूर्वी व पश्चिमी, पंडौल पश्चिमी, मध्य व पूर्वी पंचायत शामिल है। जबकि, अंचल निरीक्षक सह हल्का कर्मचारी राम बालक राम के जिम्मे कुल 13 हल्का है जिसमें भौर, बेलाही, नरपतिनगर, मोकरमपुर, सागरपुर, सरिसब पाही पूर्वी व पश्चिमी, संकोर्थू, मेघौल, सकरी पूर्वी व पश्चिमी, पचाढ़ी तथा भवानीपुर पंचायत हैं। हल्का कर्मचारी राज किशोर सिंह के जिम्मे उदयपुर बिठुआर, बथने, सलेमपुर, बिरौल व भगवतीपुर पंचायत है।
31 जनवरी के बाद बचेंगे मात्र दो हल्का कर्मी
इस संबंध में सीओ नंदन कुमार ने बताया कि राजस्व कर्मचारियों की कमी दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है। लगातार काम के बोझ बढ़ने के कारण कार्यों के संपादन में भी समस्या आने लगी है। महज तीन कर्मियों के सहारे ही 26 हल्का के कार्यों का संपादन किसी तरह किया जा रहा है। जबकि, इनमें से भी एक हल्का कर्मचारी राज किशोर सिंह आगामी 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हो जाऐंगे।