बूढ़ी गंडक के कटाव से बुधनगरा गांव पर खतरा
बूढ़ी गंडक में बाढ़ का खतरा टलने के बाद अब कटाव से लोगों की सांस अटकी हुई है।
मुजफ्फरपुर। बूढ़ी गंडक में बाढ़ का खतरा टलने के बाद अब कटाव से लोगों की सांस अटकी हुई है। नदी किनारे बसे लोग भय एवं दहशत के माहौल में जी रहे हैं। डुमरी पंचायत के बुधनगरा गांव का अस्तित्व खतरे में है। मुशहरी प्रखंड से करीब पांच से सात किमी पूर्वोत्तर दिशा में यह गांव स्थित है। यहां के दो सौ और इसी पंचायत के मालिकाना में तीन सौ परिवार कटाव को लेकर परेशान हैं। नदी से इन घरों की दूरी महज बीस फीट रह गई है। सात-आठ घर तो अब तब नदी में समाने को आतूर दिख रहे हैं। ब्रहम देव पासवान, हीरा लाल पासवान, रामाश्ीाष साह, प्रेम चंद्र कुमार, टुनटुन तिवारी, कृष्णकांत झा, सुरेन्द्र झा एवं हरेन्द्र झा ने बताया कि उनके घर कभी भी कटाव की चपेट में आ सकते हैं। इन लोगों ने बताया कि करीब पांच वर्ष पूर्व करीब एक किमी में क्रेटिंग का काम हुआ था। उसके बाद अब तक कोई काम नहीं हुआ है। बूढ़ी गंडक में तेज बहाव के कारण पूर्व का किया हुआ कटावरोधी कार्य अब किसी काम का नहीं रह गया है। बालू का बोरा और पत्थरों वाला बोल्डर दह गया है।