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Lockdown : लीची बाजार में रौनक लाने के लिए रेलवे प्रशासन की ओर से की जा रही यह तैयारी, आप भी जानें

Lockdown रेलवे ने जारी किए मंडल स्तर पर अधिकारियों के मोबाइल नंबर। 16 प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधकों के मोबाइल नंबर जारी। टॉल फ्री नंबर 138 पर भी किसान ले सकते हैं जानकारी।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 12 Apr 2020 11:15 AM (IST)Updated: Sun, 12 Apr 2020 11:15 AM (IST)
Lockdown : लीची बाजार में रौनक लाने के लिए रेलवे प्रशासन की ओर से की जा रही यह तैयारी, आप भी जानें
Lockdown : लीची बाजार में रौनक लाने के लिए रेलवे प्रशासन की ओर से की जा रही यह तैयारी, आप भी जानें

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। लॉकडाउन के चलते खरीद-बिक्री पर उत्पन्न गतिरोध के बीच अब रेलवे ने लीची बाजार में बहार लाने की तैयारी कर ली है। इसके तहत लीची को बाजार तक पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। कोल्ड चेन और हॉट चेन की व्यवस्था से लैस ट्रेन देश के अलग-अलग इलाकों में अवस्थित बाजारों तक लीची समेत विभिन्न कृषि उत्पाद पहुंचाएगी। इसके लिए रेलवे ने मंडल स्तर पर 16 प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधकों के मोबाइल नंबर जारी किए हैं। वहीं टॉल फ्री नंबर 138 पर भी किसानों को किसी भी तरह की जानकारी लेने की अपील की है।

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अधिकारी से संपर्क करने की अपील

इस बाबत राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र के निदेशक डॉ. विशालनाथ को पत्र भेजा गया है। जिसमें बताया गया है कि भारतीय रेलवे, लीची उत्पादकों व हितधारकों के लीची को बाजारों तक पहुंचाने के लिए तैयार है। साथ ही किसानों से बहुमूल्य मदद के लिए संबंधित रेलवे जोन अधिकारी के संपर्क करने की अपील की है।

कृषि उपज की बुकिंग की व्यवस्था

इसकी जानकारी देते हुए निदेशक डॉ. विशालनाथ ने बताया कि देशवासियों को खिलाने व कृषि मूल्य श्रृंखला का समर्थन करने के लिए इंडियन रेलवे विशेष रेलगाडिय़ों में कृषि उपज की बुकिंग की व्यवस्था की है। इसके लिए प्रत्येक जोन के लिए संबंधित रेलवे अधिकारियों की सूची जारी की है। सभी इच्छुक हितधारक बुकिंग या शुल्क के बारे में किसी भी विवरण के लिए सीधे उनके मोबाइल नंबर या 138 पर कॉल कर सकते हैं। वही है कि कोल्ड चेन और हॉट चेन समाधानों का उपयोग करके खराब होने वाली कृषि उपज को संरक्षित करने के लिए समय पर मोबाइल नंबर 9441899745 पर व्हाट्सएप कर सकते हंै। उन्होंने इस संपर्क सूची को कृषक उत्पादकता समूह, किसान समूहों, अग्रणी किसानों, प्रोसेसर्स या व्यापारियों को कृषि उपज के परिवहन के लिए इन ट्रेनों की सेवाओं का लाभ उठाने के लिए साझा करने की अपील की है।  


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