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दरभंगा की यह विधायक बांट रही महिलाओं का दर्द, इनकी राजनीति है अलग

स्‍वर्णा सिंह गांव-गांव जा रही हैं। लोगों से मिल रही हैं। समस्याएं जान रहीं हैं। सबसे खास यह है कि वह महिलाओं से ज्यादा मिल रही हैं। उनसे जानकारी ले रहीं हैं और समस्याओं की लिस्ट बना रही हैं।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 03 Dec 2020 09:45 AM (IST)Updated: Thu, 03 Dec 2020 09:45 AM (IST)
दरभंगा की यह विधायक बांट रही महिलाओं का दर्द, इनकी राजनीति है अलग
आजादी के बाद पहली बार गौड़ाबौराम को महिला विधायक मिली है। फोटो : जागरण

दरभंगा, जेएनएन। जिले की राजनीति में इस बार का चुनाव खास रहा है। इसमें कई लोग ऐसे जीतकर सामने आए हैं, जो नए हैं। लेकिन, नया होने के बाद भी वे समस्याओं का अंत चाहते हैं। गौड़ाबौराम की महिला विधायक स्वर्णा सिंह भी कुछ ऐसा ही कर रहीं हैं। गांव-गांव जा रही हैं। लोगों से मिल रही हैं। समस्याएं जान रहीं हैं। सबसे खास यह है कि वह महिलाओं से ज्यादा मिल रही हैं। उनसे जानकारी ले रहीं हैं और समस्याओं की लिस्ट बना रही हैं। ताकि समस्याओं का समाधान स्थाई तौर पर किया जा सके। इस कड़ी में विधायक ने अबतक दर्जनों गांवों का दौरा किया है। इसमें गौड़ाबौराम प्रखंड के आसी, कन्हैय, कुमैई भदौन एवं नदैय पंचायत के कई गांव प्रमुख रहे हैं। बताया गया है कि आजादी के बाद पहली बार गौड़ाबौराम को महिला विधायक मिली हैं। ऐसे में इलाके की महिलाएं खासा उत्साहित हैं।

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लगातार तीन दिनों से महिला विधायक क्षेत्र भ्रमण कर रही है। इस दौरान महिलाओं ने अपनी समस्या विधायक के समक्ष मजबूती से रखा। इस दौरान उनके साथ संजय पासवान, जिला पार्षद अबुल खैर, मंडल अध्यक्ष महावीर सिंह, भगवान ठाकुर, प्रमोद ठाकुर, गजेन्द्र ठाकुर, सुनील कुमार झा, शुभम् मिश्र आदि मौजूद थे।

समस्याओं का स्थाई हल निकालने की कोशिश

बताया गया है कि विधायक हर हाल में क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण करना चाहती हैं। इसके लिए वह लगातार इस कोशिश में हैं कि पहले समग्रता में इलाके की समस्याओं को जान समझ लिया जाए। इसके बाद लिस्ट के अनुरूप काम किया जाए। विधायक ने ग्राम पंचायतों के मुखिया और त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था से जुड़े अन्य लोगों को टीम में रखा है। स्वर्णा ने महिलाओं को समझाया है कि वे अपनी समस्याओं को लेकर बकायदा मुखिया जी को लिखित आ‌वेदन दें, ताकि समस्याओं का समाधान स्थाई तौर पर निकाला जा सके। याद रहे कि इस इलाके में सबसे ज्यादा समस्या बाढ़, सूखा और रोजगार की है। 


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