Move to Jagran APP

पैर पकड़े, मिन्नतें की, नहीं मिला न्याय तो बनाया बंधक

मोतीपुर उच्च विद्यालय में शुक्रवार को शिक्षक नियोजन हेतु आयोजित काउंसलिंग पंचायत सचिवों की मनमानी की भेंट चढ़ गई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Jan 2022 01:29 AM (IST)Updated: Sat, 29 Jan 2022 01:29 AM (IST)
पैर पकड़े, मिन्नतें की, नहीं मिला न्याय तो बनाया बंधक
पैर पकड़े, मिन्नतें की, नहीं मिला न्याय तो बनाया बंधक

मुजफ्फरपुर : मोतीपुर उच्च विद्यालय में शुक्रवार को शिक्षक नियोजन हेतु आयोजित काउंसलिंग पंचायत सचिवों की मनमानी की भेंट चढ़ गई। अधिक अंक वाले अभ्यर्थियों की काउंसलिंग नहीं कर कम अंक वालों का चयन किया गया। भ्रष्टाचार का आलम यह था कि पगहिया के पंचायत सचिव मनमानी काउंसलिंग करने के लिए काउंसलिंग स्थल से सभी कागज लेकर फरार हो गए। यह सारा वाकया काउंसलिंग स्थल पर प्रतिनियुक्त अपर समाहर्ता, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, बीपीआरओ, बीडीओ के समक्ष हुआ, लेकिन सभी खामोश रहे।

loksabha election banner

सर्वाधिक हंगामा जसौली पंचायत की काउंसलिंग में हुआ। अभ्यर्थियों ने पहले तो पदाधिकारियों के पैर पकड़े, मिन्नतें की। कई अभ्यर्थी तो रोने लगे। न्याय नहीं मिलता देख उनका गुस्सा फूट पड़ा और काउंसलिंग की मानीटरिंग कर रहे प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी मुकेश कुमार को उनकी हीं गाड़ी में बंधक बना लिया। अभ्यर्थी भ्रष्टाचार मुक्त काउंसलिंग कराने, संचिका लेकर भागने वाले पंचायत सचिव के खिलाफ कार्रवाई और संचिका उपलब्ध कराकर काउंसलिंग कराने की माग कर रहे थे। पदाधिकारी को बंधक बनाने की सूचना पर पहुंची मोतीपुर पुलिस ने पदाधिकारी को बंधन मुक्त कराया।

अभ्यर्थियों की शिकायत बेअसर जसौली पंचायत में काउंसलिंग कराने पहुंचे गोला बाध, मुजफ्फरपुर निवासी विनय कुमार का आरोप था कि ईबीसी कोटे में उनका 59.8 प्रतिशत अंक था। उनसे कम अंक वाले का चयन किया गया। वे चिल्लाते रहे तो धक्के देकर काउंटर से भगा दिया गया। नरियार की काउंसलिंग में पहुंचे पंकज मार्केट, मुजफ्फरपुर के मनीष कुमार ने बताया कि उनका 65 प्रतिशत अंक था, लेकिन उन्हें छांट कर 63 प्रतिशत वाले का चयन किया गया। साहेबगंज के आनंद कुमार को भी चयन से वंचित कर दिया गया। आनंद बीडीओ व प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी मुकेश कुमार का पैर पकड़कर रोने लगे। मोतीपुर साढा सिंगैला निवासी बाबुल कुमार पगहिया पंचायत में काउंसलिंग कराने जब काउंटर पर पहुंचे तो कमरा बंद कर लिया गया। जब वे अधिकारी से शिकायत करने पहुंचे तो सचिव कागजात को लेकर मुखिया पति के साथ भाग निकले। बीडीओ प्रशात कुमार ने बताया कि काउंसलिंग संबंधित जानकारी बीपीआरओ हीं दे सकते हैं। वहीं, बीपीआरओ मुकेश कुमार ने काउंसलिंग में अपनी भूमिका से इनकार करते हुए कहा कि काउंसलिंग उनकी जवाबदेही नहीं। भ्रष्टाचार का आरोप जाच का विषय है। बता दें कि कमालपुर बिथरौल, पगहिया, रामपुर भेड़ियाही, जहागीरपुर, जसौली, नरियार, पकड़ी और बरियारपुर पूर्वी पंचायत की 50 सीटों के लिए काउंसलिंग होनी थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.