मुजफ्फरपुर में सैलाब का सितम बरकरार! बागमती, गंडक और बूढ़ी गंडक का जलस्तर खतरे के निशान पार
Muzaffarpur Flood News कटौझा में बागमती नदी खतरे के निशान से 2.87 मीटर बह रही बेनीबाद में जलस्तर डेंजर लेबल से 1 मीटर उपर। गंडक और बूढ़ी गंडक का जलस्तर खतरे के निशान के पार।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बारिश में हल्की कमी के बावजूद जिले में नदियों के तेवर में कोई कमी नही आई है। लिहाजा सैलाब का सितम बरकरार है। शनिवार को भी बागमती, गंडक, बूढ़ी गंडक, बाया, लखनदेई और मनुषमारा नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी रही। इस कारण जिले की 10 प्रखंडों की पौने दो लाख की आबादी बाढ़ की गिरफ्त में आ गई है। बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में लगातार जारी वृद्धि से शहर के कई इलाकों में बाढ़ का पानी परेशानी का सबब बन गया है।
- कटौझा में बागमती नदी खतरे के निशान से 2.87 मीटर बह रही, बेनीबाद में जलस्तर डेंजर लेबल से 1 मीटर उपर
- गंडक और बूढ़ी गंडक का जलस्तर खतरे के निशान के पार
- लखनदेई, बाया और मनुषमारा के जलस्तर में भी वृद्धि जारी
- जिले की 1.75 लाख की आबादी बाढ़ की गिरफ्त में
- प्रशासनिक स्तर पर राहत और बचाव कार्य तेज, तटबंधों की सुरक्षा को भी जारी है काम
शहर के कई इलाकों में घुसा पानी
शहर के कई इलाकों में घरों में पानी घुस गया है। डीएम के निर्देश पर जल संसाधन विभाग, गंडक, आपदा प्रबंधन और जिला प्रशासन की टीमें लगातार प्रभावित इलाकों का दौरा कर रही है। शनिवार को बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर सिकंदरपुर में खतरें के निशान 52.53 मीटर से 0.54 सेमी अधिक 53.07 मीटर दर्ज किया गया।
रेवाघाट में गंडक नदी खतरे के निशान से 0.4 सेमी उपर 54.45 मीटर दर्ज किया गया। यहां जलस्तर में हल्की गिरावट दर्ज की गई है। औराई के कटौझा में बागमती नदी खतरे के निशान से 2.87 मीटर बह रही है। यहां नदी का जलस्तर 56.60 मीटर दर्ज किया गया। यहां जलस्तर में हल्की कमी आई है। बेनीबाद में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 0.21 सेमी अधिक 49.68 मीटर दर्ज किया गया।