Jungle News: बिहार में फिर रोड पर टहलने निकल आया बाघ, लोगों की थम गईं सांसें... जानें क्या हुआ
बिहार के पश्चिम चंपारण में एक बार फिर बाघ रोड पर टहलने निकल गया। रोड पर अचानक खूंखार बाघ को देख राहगीरों की तो थोड़ी देर के लिए सांसें थम-सी गईं। खबर में पढ़ें फिर क्या हुआ।
पश्चिमी चंपारण, जेएनएन। Jungle News: बिहार के पश्चिम चंपारण में एक बार फिर बाघ रोड पर टहलने निकल गया। रोड पर अचानक खूंखार बाघ को देख राहगीरों की तो थोड़ी देर के लिए सांसें थम-सी गईं। बाघ इससे पहले कुछ करता, वहां मौजूद लोगों ने ही दहशत में दहाड़ने लगा। फिर क्या था, लोगों के शोरगुल सुन बाघ धीरे-धीरे जंगल में गुम हो गया। बता दें कि रिजर्व टाइगर से सटे इलाकों में आए दिन बाघ भटक कर रोड पर निकल आता है। चार दिन पहले भी इसी तरह का मामला सामने आया था।
टाइगर रिजर्व से सटे ई टाइप गंडक कॉलोनी वाल्मीकि नगर क्षेत्र में बाघ की चहलकदमी से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। कॉलोनी निवासी बृज किशोर राउत ने बताया कि सड़क किनारे झाडिय़ों से निकल कर अचानक एक बाघ सड़क पर सामने आ धमका। कुछ देर के लिए सड़क पर आवागमन ठप हो गया। लोग सहम गए। ग्रामीणों ने शोरगुल किया तो बाघ जंगल की ओर भाग निकला। इसकी सूचना वन विभाग को दी गई है।
वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के रेंजर महेश प्रसाद ने बताया कि कुछ दिनों से एक बड़े तेंदुए की भी चहलकदमी देखी गई है। हालांकि, यह बाघ का भी क्षेत्र है। ग्रामीणों को भी सतर्कता बरतने को कहा गया है। टाइगर ट्रैकरों व अन्य वन्यकर्मियों को आसपास के क्षेत्रों की निगरानी के लिए तैनात किया गया है।
गौरतलब है कि चार दिन पहले भी इसी तरह का मामला सामने आया था, तब वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से निकलकर एक बाघ धनैया रेता गांव में घुस गया था। बाघ की दहाड़ सुन गांव वाले जग गए थे। वे सब घर से बाहर भी निकले। लेकिन रात होने के कारण अंधेरे में बाघ नहीं दिखा। गांव वाले खोजबीन कर ही रहे थे, तभी एक किसान के घर के सामने बंधे गाय-भैंस पर बाघ ने हमला कर दिया। इससे वहां भगदड़ मच गई तथा डर के मारे लोग घरों में छिप गए। यह मामला शनिवार की रात का है। बाद में लोगों ने अपने-अपने घरों से ही शोर मचाया, तब बाघ जंगल की ओर भाग निकला।
रविवार की सुबह में सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम गांव पहुंची और जांच पड़ताल की। इस दौरान बाघ के पैरों के निशान पाए गए। ग्रामीण इस बात को लेकर भयभीत थे कि बाघ दोबारा गांव का रुख कर सकता है। हालांकि, उस गांव में तो बाघ नहीं पहुंचा, लेकिन उसे एक बार फिर जंगल के बाहर देखा गया। इस बार गंडक कॉलोनी की ओर वह टहलने के लिए निकल पड़ा।