मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ जनों के अनुभव का समाज को मिलेगा लाभ
राज्य के सभी बुनियाद केंद्रों में वरिष्ठ या वृद्ध संघ का होगा गठन। समाज कल्याण विभाग ने इसके लिए अलग से आवंटित की राशि। सामाजिक वित्तीय और स्वास्थ्य जागरूकता के लिए ली जाएगी मदद। इसमें शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के वरिष्ठ जनों का निबंधन कराया जाएगा।
मुजफ्फरपुर, जासं। समाज निर्माण में वरिष्ठ जनों की भूमिका कभी महत्वपूर्ण हुआ करती थी। एकल परिवार और आधुनिकता ने उनकी भूमिका को कम कर दिया। अब सरकार ने उनकी अहमियत को समझा है। वरिष्ठ जनों के अनुभव का लाभ समाज को देने के लिए एनएपीएससी (नेशनल एक्शन प्लान सीनियर सिटीजन) योजना शुरू कर रही है। इसके तहत राज्य के सभी 101 अनुमंडलों में संचालित बुनियाद केंद्रों में कम से कम एक वरिष्ठ नागरिक संघ या वृद्ध संघ का गठन कर उन्हें मंच दिया जाएगा। इसमें शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के वरिष्ठ जनों का निबंधन कराया जाएगा। उनके लिए केंद्र में अलग से व्यवस्था रहेगी। यहां उनकी समस्याओं का निराकरण होगा ही। साथ ही वे अलग-अलग जिन क्षेत्रों से जुड़े होंगे उसी आधार पर समाज को उसका लाभ मिलेगा।
समाज कल्याण विभाग की इकाई सक्षम के सीईओ दयानिधान पांडेय ने इस संबंध में जिला सामाजिक कोषांग के सहायक निदेशक और प्रभारी सहायक निदेशक को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि वरिष्ठ नागरिक संघ के लिए सदस्यों का निबंधन शुरू किया जाए। वहीं बुनियाद केंद्रों में उनके बैठने के लिए फर्नीचर, रसोई की सामग्री, पत्र-पत्रिकाएं, स्टेशनरी के अलग से व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए प्रत्येक बुनियाद केंद्र को 50 हजार रुपये आवंटित कर दिए गए हैं।
इस तरह से मिलेगा समाज को लाभ
वरिष्ठ जनों के निबंधन के समय उनके बारे में जानकारी एकत्र की जाएगी। उनके कार्य क्षेत्र मसलन चिकित्सा, शिक्षण कार्य, समाज सेवा, विधि विशेषज्ञ, अभियंत्रण, अर्थशास्त्री आदि का विवरण इसमें शामिल होगा। सरकार की ओर से समय-समय पर चलाए जाने वाले जागरूकता अभियान में इनकी मदद ली जाएगी। सामाजिक, वित्तीय और स्वास्थ्य जागरूकता के लिए उनके अनुभव की विशेष सहायता ली जाएगी।
जिले में चल रहे दो बुनियाद केंद्र
जिले के अनुमंडल पूर्वी व पश्चिमी में एक-एक बुनियाद केंद्र संचालित है। पूर्वी अनुमंडल का केंद्र मुशहरी और पश्चिमी का कुढऩी में चल रहा है। इन केंद्रों पर वृद्धजनों, दिव्यांग व असहाय के लिए फिजियोथेरेपी की विशेष व्यवस्था है।