Madhubani News: जन्म और मृत्यु के निबंधन में जिले के 15 प्रखंडों की स्थिति निराशाजनक
मधुबनी जिले के 15 प्रखंडोंं की उपलब्धि लक्ष्य से कम। बासोपट्टी सबसे अव्वल तो घोघरडीहा सबसे फिसड्डी। जन्म और मृत्यु का शत प्रतिशत निबंधन करने का निर्देश। निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होने पर दंड के साथ ही की जाएगी आवश्यक कार्रवाई।
मधुबनी, जेएनएन। जन्म और मृत्यु के निबंधन में जिले के कई प्रखंडों की स्थिति काफी निराशाजनक है। जिले के 21 प्रखंडों में से 15 प्रखंड जन्म और मृत्यु के निबंधन में लक्ष्य से काफी पीछे चल रहा है। इस मामले को अपर जिला रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) सह जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने काफी गंभीरता से लिया है। इस संबंध में उन्होंने सदर अस्पताल के उपाधीक्षक, जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों, अनुमंडलीय अस्पताल एवं रेफरल अस्पताल के उपाधीक्षकों, जिले के सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों एवं जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों सह अपर जिला रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) को कड़ा पत्र भेजा है।
गौरतलब है कि जन्म और मृत्यु की घटनाओं की निबंधन की समीक्षा जनवरी से अक्टूबर 2020 तक की की गई। समीक्षा के दौरान ज्ञात हुआ कि जन्म और मृत्यु की घटनाओं का जिला स्तरीय निबंधन की उपलब्धि लक्ष्य के अनुसार 83.33 प्रतिशत होना चाहिए। लेकिन जिले के 21 में से 15 प्रखंडों में जन्म और मृत्यु का निबंधन लक्ष्य से कम है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अपर जिला रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) सह जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने उक्त सभी पदाधिकारियों से अनुरोध किया है कि व्यक्तिगत अभिरुचि लेकर जन्म-मृत्यु निबंधन की नियमित समीक्षा करें ताकि बैक लॉग मामलों का भी निबंधन सुनिश्चित हो सके और शत प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति की जा सके।
अपर जिला रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) सह जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने आगाह किया है कि लक्ष्य के अनुसार अविलंब जन्म और मृत्यु का शत प्रतिशत निबंधन सुनिश्चित करें अन्यथा निबंधन लंबित रहने एवं निर्धारित लक्ष्य की प्रापति नहीं होने की स्थिति में जन्म-मृत्यु अधिनियम 1969 की सुसंगत धाराओं के तहत आवश्यक कार्रवाई एवं दंड अधिरोपित करने की कार्रवाई के लिए संचिका जिला पदाधिकारी सह रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) के समक्ष उपस्थापित/कर दी जाएगी।
जिले के जिन 15 प्रखंडों की उपलब्धि निर्धारित लक्ष्य से कम है, उसमें घोघरडीहा, झंझारपुर, लोकही, खजौली, फुलपरास, रहिका, अंधराठाढ़ी, मधवापुर, जयनगर, बिस्फी, लखनौर, हरलाखी, बेनीपट्टी, कलुआही एवं बाबूबरही प्रखंड शामिल है। जबकि जिले के जिन छह प्रखंडों की उपलब्धि निर्धारित लक्ष्य से भी अधिक है, उसमें बासोपट्टी, पंडौल, लदनियां, खुटौना, मधेपुर एवं राजनगर प्रखंड शामिल हैं।