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मुजफ्फरपुर के बाल पर्यवेक्षण गृह की बची हुई पूर्वी चहारदीवारी झोपड़ी पर गिरी

समाज कल्याण विभाग के निदेशक राजकुमार ने जिला बाल पर्यवेक्षण गृह की चहारदीवारी दो शौचालय जेनरेटर व आंगन का शेड छत पर एपीपी व चहारदीवार पर कंसर्टिना क्वायल लगाने की प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है। अस्थायी तौर पर इस स्थान पर घेराबंदी की गई है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 18 Aug 2021 11:48 AM (IST)Updated: Wed, 18 Aug 2021 11:48 AM (IST)
मुजफ्फरपुर के बाल पर्यवेक्षण गृह की बची हुई पूर्वी चहारदीवारी झोपड़ी पर गिरी
समाज कल्याण विभाग ने चहारदीवारी के नवनिर्माण की दी प्रशासनिक स्वीकृति। फोटो- जागरण

मुजफ्फरपुर, जासं। सिकंदरपुर स्थित बाल पर्यवेक्षण गृह की बची हुई पूर्वी चहारदीवारी वर्षा के कारण मंगलवार को गिर गई। दक्षिण तरफ मुख्य सड़क से सटे इस चहारदीवारी का कुछ भाग वहां बनी एक झोपड़ी पर गिरी। बिजली का पोल होने के कारण चहारदीवारी का यह भाग उसी पर अटक गया। झोपड़ी ध्वस्त होने से बच गई। उस समय झोपड़ी में कुछ लोग मौजूद थे। वे बाल-बाल बच गए। जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक उदय झा ने बताया कि सुरक्षा के लिए अस्थायी घेराबंदी कराई जा रही है। 12 अगस्त को पूर्वी चहारदीवारी का उत्तरी भाग गिर गया था। अस्थायी तौर पर इस स्थान पर घेराबंदी की गई है।

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निदेशालय से मिली प्रशासनिक स्वीकृति

समाज कल्याण विभाग के निदेशक राजकुमार ने जिला बाल पर्यवेक्षण गृह की चहारदीवारी, दो शौचालय, जेनरेटर व आंगन का शेड, छत पर एपीपी व चहारदीवार पर कंसर्टिना क्वायल लगाने की प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है। इस संबंध में उन्होंने जिलाधिकारी को पत्र भेज कर कहा है कि समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव के अनुमोदन के बाद यह स्वीकृति दी गई है। उन्होंने नियमानुसार आगे की कार्रवाई अविलंब शुरू करने का आग्रह किया है। पत्र के आलोक में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

शाम ढलते ही अंधेरे में डूब जाते औराई के 70 गांव

औराई (मुजफ्फरपुर), संस : बाढ़ की विभीषिका झेल रही प्रखंड की 17 पंचायतों के 70 गांव के लोगों के घरों में 20 दिनों से शाम होते ही अंधेरा छा जाता है। बिजली विभाग के रवैये से उपभोक्ताओं को बाढ़ में दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। रतवारा के जय प्रकाश यादव ने बताया कि शाम होते ही बिजली कटने से जहरीले सांप व मच्छर के प्रकोप से लोग त्रस्त हैं। हल्की वर्षा में बिजली का पोल व तार गिरना, शार्ट सॢकट व फ्यूज उडऩा दिनचर्या बन चुकी है। मामूली फाल्ट को बिजली कर्मी समय पर ठीक नहीं करते जिससे लोगों को अंधेरे में रात गुजारनी पड़ती है। रामपुर अजरकवे गांव के समाजसेवी गोपाल प्रसाद यादव ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई से लेकर लोगों के जीवन को बिजली विभाग ने पंगु बना दिया है। राजखंड के किसान कन्हैया शाही, गौतम ठाकुर, सतीश ठाकुर ने बताया कि 20 दिनों से बिल्कुल ऐन वक्त पर बिजली कटने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कनीय अभियंता केशव किशन ने बताया कि लोड शेडिंग के कारण बिजली की कटौती की जा रही है। इसे कम करने का प्रयास किया जा रहा है। 


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