स्कूलों में नहीं पहुंचे प्रश्न पत्र, कैसे होगी प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं
प्राथमिक व मध्य विद्यालय में 3 अक्टूबर से होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षा के लिए अब तक किसी भी स्कूलों में प्रश्न पत्र नहीं पहुंचा है। एक एजेंसी के मुकरने में यह स्थिति उत्पन्न हुई।
By Edited By: Published: Mon, 01 Oct 2018 09:00 AM (IST)Updated: Mon, 01 Oct 2018 07:39 PM (IST)
मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। प्राथमिक व मध्य विद्यालय में 3 अक्टूबर से होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षा को लेकर अब तक किसी भी स्कूलों में प्रश्न पत्र नहीं पहुंचा है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की इसकी चिंता नहीं है। प्राथमिक व मध्य विद्यालय में आठ लाख से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे। यह परीक्षा 9 अक्टूबर तक चलेगी।
2 अक्टूबर तक प्रश्न पत्र पहुंचने की उम्मीद
सर्व शिक्षा अभियान डीपीओ विनय कुमार ने बताया कि सभी स्कूलों में 2 अक्टूबर तक प्रश्न पत्र पहुंच जाएंगे। जाएगें। तकनीकी परेशानियों वजह से थोड़ी दिक्कत हुई। रविवार देर रात तक आते रहे प्रिंटिंग प्रेस से प्रश्न पत्र रविवार की देर रात तक प्रश्न पत्रों को प्रिंटिंग प्रेस से लाने का सिलसिला जारी रहा है। प्रश्न पत्र नहीं आने की वजह से स्कूलों तक नहीं पहुंचने की बात बताई गई है।
अंतिम समय में एजेंसी ने किया इंकार
चालीस लाख प्रश्न पत्रों की छपाई होनी थी। बताया गया कि प्रश्न पत्रों का टेंडर पटना के एक एजेंसी को दिया गया था। जब एजेंसी को प्रश्न पत्र छापने को कहा गया तो इंकार कर दिया। अंतिम क्षण में इंकार की वजह से दूसरी एजेंसी को दिया गया। इस वजह से ऐसी नौबत आई है। दूसरी ओर पटना के संबंधित एजेंसी का सुरक्षित राशी जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। वहीं एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड करने की अनुशंसा की जाएगी।
पटना में परीक्षा केंद्र बनाए जाने पर जताई आपत्ति
रामबाग टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के प्रशिक्षुओं ने पटना में परीक्षा केंद्र बनाए जाने का विरोध रविवार को किया। प्रशिक्षुओं ने डायट रामबाग के प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा। प्राचार्य ने आश्वस्त किया कि उनकी मांग को उच्चाधिकारी के पास भेज दिया जाएगा। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने ट्रेनिंग कॉलेज के प्रशिक्षुओं का वार्षिक परीक्षा आयोजित करने का फैसला लिया। पटना में परीक्षा केंद्र होने की संभावना है। साथ ही दोनों पाली में परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
एक पाली में परीक्षा लेने की मांग
विरोध के दौरान प्रशिक्षुओं ने कहा कि महिला व दिव्यांग प्रशिक्षु को काफी परेशानियां होगी। साथ ही दोनों की बजाय एक पाली में परीक्षा ली जाए। क्योंकि दसवीं से लेकर स्नातक तक की परीक्षाएं एक ही पाली में हो रही है। जिला या प्रमंडल स्तर पर परीक्षा केंद्र बनाया जाए। उन्हें बताया गया कि परीक्षा केंद्र का निर्धारण जिला स्तर पर नहीं होता। परीक्षा समिति ही इस मामले में फैसला लेता है। उधर, प्राचार्य ने धरना प्रदर्शन से इंकार किया। पटना में परीक्षा केंद्र बनाये जाने पर आपत्ति है। छात्रों के इस डिमांड से बोर्ड को अवगत कराया जाएगा।
2 अक्टूबर तक प्रश्न पत्र पहुंचने की उम्मीद
सर्व शिक्षा अभियान डीपीओ विनय कुमार ने बताया कि सभी स्कूलों में 2 अक्टूबर तक प्रश्न पत्र पहुंच जाएंगे। जाएगें। तकनीकी परेशानियों वजह से थोड़ी दिक्कत हुई। रविवार देर रात तक आते रहे प्रिंटिंग प्रेस से प्रश्न पत्र रविवार की देर रात तक प्रश्न पत्रों को प्रिंटिंग प्रेस से लाने का सिलसिला जारी रहा है। प्रश्न पत्र नहीं आने की वजह से स्कूलों तक नहीं पहुंचने की बात बताई गई है।
अंतिम समय में एजेंसी ने किया इंकार
चालीस लाख प्रश्न पत्रों की छपाई होनी थी। बताया गया कि प्रश्न पत्रों का टेंडर पटना के एक एजेंसी को दिया गया था। जब एजेंसी को प्रश्न पत्र छापने को कहा गया तो इंकार कर दिया। अंतिम क्षण में इंकार की वजह से दूसरी एजेंसी को दिया गया। इस वजह से ऐसी नौबत आई है। दूसरी ओर पटना के संबंधित एजेंसी का सुरक्षित राशी जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। वहीं एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड करने की अनुशंसा की जाएगी।
पटना में परीक्षा केंद्र बनाए जाने पर जताई आपत्ति
रामबाग टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के प्रशिक्षुओं ने पटना में परीक्षा केंद्र बनाए जाने का विरोध रविवार को किया। प्रशिक्षुओं ने डायट रामबाग के प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा। प्राचार्य ने आश्वस्त किया कि उनकी मांग को उच्चाधिकारी के पास भेज दिया जाएगा। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने ट्रेनिंग कॉलेज के प्रशिक्षुओं का वार्षिक परीक्षा आयोजित करने का फैसला लिया। पटना में परीक्षा केंद्र होने की संभावना है। साथ ही दोनों पाली में परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
एक पाली में परीक्षा लेने की मांग
विरोध के दौरान प्रशिक्षुओं ने कहा कि महिला व दिव्यांग प्रशिक्षु को काफी परेशानियां होगी। साथ ही दोनों की बजाय एक पाली में परीक्षा ली जाए। क्योंकि दसवीं से लेकर स्नातक तक की परीक्षाएं एक ही पाली में हो रही है। जिला या प्रमंडल स्तर पर परीक्षा केंद्र बनाया जाए। उन्हें बताया गया कि परीक्षा केंद्र का निर्धारण जिला स्तर पर नहीं होता। परीक्षा समिति ही इस मामले में फैसला लेता है। उधर, प्राचार्य ने धरना प्रदर्शन से इंकार किया। पटना में परीक्षा केंद्र बनाये जाने पर आपत्ति है। छात्रों के इस डिमांड से बोर्ड को अवगत कराया जाएगा।
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