Muzaffarpur Flood News: जिले की 18.94 लाख की आबादी बाढ़ की चपेट में, 16 में से 15 प्रखंडों तक पहुंचा असर
Muzaffarpur Flood News प्रशासनिक स्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी राहत कैंपों में की गई कोविड-19 जांच की व्यवस्था। 2 लाख 36 हजार 618 परिवारों के बैंक खाते में गई राशि।
मुजफ्फरपुर [नीरज] । जिले में बाढ़ का कहर जारी है। बाढ़ ने हजारों लोगों को बेघर कर दिया है, वहीं लाखों हेक्टेयर में लगी फसलें बाढ़ की पानी में बह गई है। अबतक 30 से अधिक लोगों की मौत बाढ़ के पानी से डूबने से हुई है। हालांकि, प्रशासनिक स्तर पर छह की मौत की ही पुष्टि की गई है। प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार जिले की 16 में से 15 प्रखंडों में बाढ़ का प्रभाव है। चार लाख परिवारों के 18. लाख 94 हजार 203 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए है। इनमें जिला प्रशासन द्वारा 2 लाख 36 हजार 618 परिवारों के बैंक खाते में बाढ़ राहत मद की छह-छह हजार की राशि हस्तांतरित की गई है। इस मद में अबतक 141.97 करोड़ की राशि हस्तांतरित की गई है। हालांकि, अब भी बड़ी आबादी राहत से वंचित है। राहत को लेकर लोगों का आक्रोश भी सामने आ रहा है। लोग राहत वितरण में अनियमितता का आरोप लगाकर प्रदर्शन भी कर रहे है।
बाढ़ राहत में अनियमितता का आरोप
शहर से सटे अहियापुर, कांटी, साहेबगंज, गायघाट और मुरौल में लोगों का आरोप है कि मुखिया और वार्ड सदस्य जानबुझ कर पीड़ितों को हक से वंचित कर रहे है। इधर, कांग्रेस नेता राम एकबाल चौधरी ने बाढ़ राहत में बड़े पैमाने अनियमितता का आरोप लगाते हुए वार्ड सदस्य लेकर मुखिया तक पर राहत राशि दिलाने के एवज में नजराना वसूलने का आरोप लगाते हुए डीएम से जांच और कार्रवाई की मांग की है। गायघाट प्रखंड के मैठी पंचायत के अवधेश राय समेत दो सौ बाढ पीड़ितों ने डीएम को आवेदन देकर पालीथीन और राहत सामग्री नही मिलने की शिकायत की है।
वहीं राहत राहत सूची में नाम नही रहने को लेकर औराई में पीड़ितों का प्रदर्शन लगातार सामने आ रहा है। मीनापुर में भी यही हाल है। पानापुर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता रवि रंजन कुमार उर्फ गुड्डू पासवान ने जिला प्रशासन से पीड़ितों को राहत राशि उपलब्ध कराने की मांग की है। उधर, कांटी के कोल्हुआ निवासी बाढ़ पीड़ित रमेश सदा, सुमन सहनी, रानी देवी, जगन्नाथ सहनी, अहियापुर के विमल कुमार, विजय छपरा के आलोक कुमार, संजय झा आदि ने बताया कि अबतक उन्हें राहत मद की राशि नही मिल सकी है।
कोई भी बाढ़ पीड़ित राहत राशि से वंचित नही रहेगा
इस बारे में मुजफ्फरपुर के डीपीआरओ कमल सिंह ने कहा कि जिले के 16 में से 15 प्रखंडों की कुल 18 लाख 94 हजार 203 की आबादी बाढ़ की जद में आ गई है। प्रशासनिक स्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी है। प्रशासन द्वारा बाढ़ पीड़ितों के बैंक खाते में बाढ़ राहत मद की छह-छह हजार रुपये के भुगतान की प्रक्रिया भी जारी है। पीड़ितों के लिए 215 सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई है। 66569 लोगों के बीच पालिथीन सीट और 56633 लोगों के बीच सूखा राशन पैकेट वितरित किया गया है। राहत शिविरों में कोविड स्क्रीनिंग के साथ एंटीजन व स्वैब टेस्ट भी रैंडमली किया जा रहा है। कोई भी बाढ़ पीड़ित राहत राशि से वंचित नही रहेगा।