दरभंगा बैंक लूटकांड को अंजाम देने के लिए बदमाशों ने कुशेश्वरस्थान में बनाया था ठिकाना
Darbhanga crime गिरफ्तार बदमाशों ने पूछताछ में दी कई जानकारी कहा- बैंक से 41.79 लाख नहीं मात्र 33 लाख रुपये ही लूटे। फरार सरगना सहित पांच बदमाशों की खोज में चल रही छापेमारी गिरफ्तार सभी पांच बदमाशों को भेजा गया जेल।
दरभंगा, जासं। बिरौल थानाक्षेत्र के सुपौल बाजार स्थित पंजाब नेशनल बैंक की बिरौल शाखा में सात अप्रैल को हुई लूट को अंजाम देने के लिए सभी बदमाशों ने कुशेश्वास्थान में अपना ठिकाना बनाया था। वारदात को अंजाम देने से एक दिन पहले सभी कुशेश्वरस्थान थानाक्षेत्र के सिसौना निवासी गंगाराम मुखिया के घर पहुंचे थे। वहीं पर वारदात को कैसे अंजाम देना है और कैसे पुलिस को चुनौती देकर सुरक्षित फरार हो जाना है, इसकी प्लाङ्क्षनग की। गिरफ्तार बदमाशों ने पूछताछ में पुलिस को यह जानकारी दी है कि वारदात को अंजाम देने बैंक में पांच लोग गए थे। वहीं रेकी व पुलिस की गतिविधियों की जानकारी देने के लिए अलग-अलग उनके पांच शागिर्द हथियार के साथ तैनात थे।
गिरफ्तार कुशेश्वरस्थान थानाक्षेत्र के सिसौना निवासी गंगाराम मुखिया, बेगूसराय जिले के खौदावंदपुर छौड़ाही थानाक्षेत्र के सिहमा निवासी मो. रहमत उर्फ सोनू राज उर्फ सूमो व इसी थानाक्षेत्र बकारी निवासी मो. खुर्शीद आलम सहित समस्तीपुर जिले के रोसड़ा थानाक्षेत्र के उदयपुर निवासी मो. असलम आजाद और मो. आशिफ ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद बिना ब्रेक लगाए सभी रोसड़ा पहुंचे। वहां अपने साथी के ठिकाने पर लूट की राशि का बंटवारा किया। फिर सभी अपने-अपने ठिकाने पर चले गए।
पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि उन लोगों ने पीएनबी बैंक से 41 लाख 79 हजार रुपये नहीं बल्कि, मात्र 33 लाख रुपये ही लूटे थे। इसी राशि में से सभी के बीच बंटवारा हुआ। ऐसी स्थिति में इस बयान ने पुलिस वालों को परेशानी में डाल दिया है। पुलिस एक बार फिर लूट की वास्तविक राशि पता करने में जुट गई है।
इधर, पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार पांच बदमाशों के निशानदेही पर गिरोह के सरगना सहित अन्य पांच बदमाशों की खोज में ताबड़तोड़ छापेमारी की, लेकिन,देर रात तक कोई सफलता नहीं मिली। इस गिरोह का सरगना खगडिय़ा निवासी अनिल कुमार सिंंह उर्फ बुड्ढ़ा भाई है। बताया जाता है कि इसकी गिरफ्तारी के बाद ही लूट की शेष राशि बरामद हो पाएगी। फिलहाल गिरफ्तार बदमाशों के पास से मात्र सात लाख 31 हजार छह सौ रुपये बरामद किए गए हैं। ऐसी स्थिति में शेष राशि की बरामदगी और फरार बदमाशों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी है। थानाध्यक्ष ब्रह्मदेव सिंह ने बताया कि गिरफ्तार पांचों बदमाशों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। शेष को पकडऩे के लिए छापेमारी चल रही है।