ईद के रंग में रंगा नजर आया बाजार, जमकर खरीदारी
यूं तो रविवार को शहर के बाजार में साप्ताहिक बंदी थी। लेकिन ईद की खुशियों के बीच प्रशासनिक नियम टूट गए। रविवार को शहर के विभिन्न बाजार ईद के रंग में रंगे नजर आए।
मुजफ्फरपुर। यूं तो रविवार को शहर के बाजार में साप्ताहिक बंदी थी। लेकिन, ईद की खुशियों के बीच प्रशासनिक नियम टूट गए। रविवार को शहर के विभिन्न बाजार ईद के रंग में रंगे नजर आए। शहर के मिठनपुरा, मोतीझील, तिलक मैदान रोड, सरैयागंज, सूतापट्टी, इस्लामपुर, अघोरिया बाजार, कलमबाग, कंपनीबाग व कल्याणी समेत कई इलाकों में ग्राहकों की भारी भीड़ रही।
इस दौरान लोगों ने सेवई, पांव रोटी, मेवा, खजूर, फल, इत्र, टोपी, किराना और श्रृंगार सामग्री की जमकर खरीदारी की। कुछ इलाकों में प्रशासनिक रोक के बावजूद कपड़ा और चप्पल-जूता की दुकानें खुली रही। इस दौरान कई इलाकों में शारीरिक दूरी पालन करने का आदेश हवा-हवाई होता दिखा। स्थानीय लोग भी बगैर मास्क के ही नजर आए। जबकि, कुछ इलाकों में पुलिस सख्ती दिखाई नजर आई तो कुछ इलाकों में पुलिस सुस्त दिखी। लॉकडाउन की वजह एक दूसरे के घर कम होगा आना-जाना
ईद में इस बार किचन पर असर पड़ेगा। पर्व के दिन किचन से आने वाली खुशबू कम होगी। लॉकडाउन की वजह से ईद के दिन एक दूसरे के घर आना-जाना कम होगा। इसकी वजह से महिलाओं पर भी काम का दबाव कम होगा। वहीं इसका असर किचन के मेन्यू पर भी पड़ेगा। भले ही इससे महिलाओं के काम का दबाव से आराम मिला हो, मगर वे इससे खुश नहीं हैं। पर्व के दिन सुबह से लेकर देर रात तक की व्यस्तता में भी उन्हें लुत्फ आता था। गृहिणी निकहत परवीन कहती हैं कि परिवार की खुशियों में वे अपनी थकान भूल जाती थीं। ईद में घर सजाने से लेकर तरह-तरह के पकवान बनाने की जिम्मेदारी हंस कर निभाती थीं, मगर इस बार ऐसा नहीं होगा। गुलशन परवीन ने कहा कि ईद के दिन तरह-तरह के पकवान बनाने में आनंद आता था। लोग पकवान खाने के बाद जब तारीफ करते थे तो पूरी मेहनत का फल मिल जाता था। उजाला परवीन ने कहा कि सुबह से लेकर देर रात तक काम में व्यस्त रहने पर भी आनंद मिलता था। अब तो पता ही नहीं चल रहा कि ईद है। नेहा परवीन ने कहा कि इस बार ईद में घर की रौनक गायब है। लॉकडाउन की वजह से न कोई कहीं आएंगे न जाएंगे। ऐसे में ईद घर तक ही सिमट जाएगा।