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मुजफ्फरपुर में प्रदूषण का कम नहीं हो रहा ग्राफ, रेडजोन में पहुंचा

सदर अस्पताल के मेडिसिन विशेषज्ञ डा.नवीन कुमार ने बताया कि प्रदूषण बढऩे से लोगों में सुबह में सांस लेने में परेशानी की शिकायतें मिल रही हैं। आम लोगों से अपील है कि वह मास्क का उपयोग करें। कचरे को इधर-उधर नहीं जलाएं।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 09:37 AM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 09:37 AM (IST)
मुजफ्फरपुर में प्रदूषण का कम नहीं हो रहा ग्राफ, रेडजोन में पहुंचा
सड़कों पर उड़ रहे धूलकण और जाम से बढ़ रही परेशानी। फाइल फोटो

मुजफ्फरपुर, जासं। मुजफ्फरपुर में वायु प्रदूषण का ग्राफ कम होने का नाम नहीं ले रहा। सड़क पर उड़ रहे धूलकण व जाम से लगातार प्रदूषण का ग्राफ ऊपर चल रहा है। शुक्रवार को प्रदूषण का ग्राफ मुजफ्फरपुर में 359 एक्यूआइ, पटना का 356 तो गया में 215 एक्यूआइ पर पहुंचा। 

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सांस संबंधी बीमारियों का बढ़ा प्रभाव

सदर अस्पताल के मेडिसिन विशेषज्ञ डा.नवीन कुमार ने बताया कि प्रदूषण बढऩे से लोगों में सुबह में सांस लेने में परेशानी की शिकायतें मिल रही हैं। आम लोगों से अपील है कि वह मास्क का उपयोग करें। कचरे को इधर-उधर नहीं जलाएं। शहर में जाम भी प्रदूषण को बढ़ावा देने में सहायक हो रहा है। इससे बचाव पर ध्यान देने की जरूरत है।

ये बन रहे प्रदूषण के कारण

- मिलावटी तेल से चलने वाले और पुराने वाहन

- उड़ रहे धूलकण और जाम

वायु प्रदूषण का ये रहा ग्राफ

तिथि----मानक

एक दिसंबर---329 एक्यूआइ

दो दिसंबर---337 एक्यूआइ

तीन दिसंबर---359 एक्यूआइ

वायु गुणवत्ता का ये है मानक

शून्य से 50 के बीच एक्यूआइ अच्छा, 51 से 100 संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 बहुत खराब और 401 से 500 के बीच को गंभीर श्रेणी में माना जाता है। 

पुरानी तकनीकी वाले सभी ईंट-भ_े बंद करने का आदेश

जासं, मुजफ्फरपुर : पुरानी तकनीकी से संचालित सभी ईंट-भ_े अब नहीं चलेंगे। इस संबंध में समाहर्ता प्रणव कुमार ने आदेश जारी किया है। सभी सीओ और थानाध्यक्षों को ऐसे भ_ों के संचालन पर रोक लगाने को कहा है। इसके अलावा खनन स्वामित्व भुगतान नहीं करने वाले भ_ों को भी बंद कराने का निर्देेश दिया है। जारी पत्र में समाहर्ता ने कहा कि नई नियमावली के तहत सक्षम प्राधिकार से एनओसी एवं बिना खनन स्वामित्व भुगतान वाले ईंट-भ_ों का संचालन अवैध है। इसे देखते हुए इन भ_ों पर पथाई, पकाई व फुकाई कार्य के साथ बिक्री पर पूर्णत: रोक लगाएं। समाहर्ता ने इसकी रिपोर्ट भी देने को कहा है।

साइंस एंड टेक्नोलाजी के विकास के लिए बढ़ाना चाहिए बजट : कुलपति

मुजफ्फरपुर : एलएस कालेज के स्नातकोत्तर रसायनशास्त्र विभाग व इंडियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार की शुक्रवार को शुरुआत हुई। साइंस एंड टेक्नोलाजी फार सस्टेनेबल डेवलपमेंट विद वुमन इंपावरमेंट विषय पर आयोजित इस सेमिनार के मुख्य वक्ता एवं विशिष्ट अतिथि इंडियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन कोलकाता के जेनरल प्रेसिडेंट डा.विजयलक्ष्मी सक्सेना थे। उन्होंने कहा कि इंडियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन महिला सशक्तीकरण को केंद्र में रखकर पूरे देश में कार्य कर रहा है। इसकी स्थापना कोलकाता में 1914 में हुई थी। महिला सशक्तिकरण के साथ ही वैज्ञानिक खोज एवं तकनीकी इनोवेशन को केंद्र में रखते हुए संस्थान कृषि, स्वास्थ्य, उद्योग, परिवहन, संचार जैसे विषयों पर भी अनवरत कार्य कर रही है। इस सेमिनार में कई महत्वपूर्ण आयाम निकलकर आएंगे।

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.हनुमान प्रसाद पांडेय ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि सरकार को साइंस एंड टेक्नोलाजी के क्षेत्र में बजट बढ़ाना चाहिए ताकि तकनीक के क्षेत्र में विद्यार्थी आगे बढ़ सकें। रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा मिलना चाहिए। गरीब छात्राओं के लिए सरकार के तरफ से विशेष प्रावधान होना चाहिए। आज राजनीति से लेकर हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ चढ़कर हो रही है। सेमिनार को इंडियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन के पूर्व जनरल प्रेसिडेंट डा.अशोक कुमार सक्सेना, ट्रेजरर प्रो.शिव सत्य प्रकाश, पटना चैप्टर के कन्वेनर डा.जे.रंजना व एडवाइजर प्रो.डी.कुमार, पूर्व कुलपति प्रो.एस मुमताजुद्दीन ने संबोधित किया। अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत एलएस कालेज के प्राचार्य डा.ओम प्रकाश राय ने किया।


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