Sitamarhi: मौत के छह महीने बाद जिंदा हुई महिला! दूसरी शादी रचाकर आई सामने, जानिए पूरा मामला
सीतामढ़ी के बथनाहा क्षाना क्षेत्र का मामला। छह महीने पूर्व एक विवाहिता की दहेज के लिए हत्या का मामला दर्ज कराया गया था। इस मामले में नया मोड़ सामने आया है। दूसरी शादी कर लौटी महिला ने बताया कि मारपीट करता था पति इसलिए घर छोड़ चली गई थी।
सीतामढ़ी, जागरण संवाददाता। सीतामढ़ी के बथनाहा थाना क्षेत्र के भलुआहा गांव में ब्याही गई एक महिला की हत्या के मामले में सनसनीखेज वाकया सामने आया है। उस महिला की हत्या के मामले में छह माह पूर्व केस दर्ज कराया गया था अब वह अचानक सामने आ गई है। पुलिस ने उस महिला को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया है। महिला ने दूसरी शादी रचा ली है। सुप्पी थाना क्षेत्र के कोठियाराम गांव निवासी बैजू महतो ने दहेज के लिए अपनी पुत्री की हत्या का इल्जाम ससुरालियों पर लगाया था। नवंबर माह में इस मामले में केस दर्ज हुआ था।
पुलिस ने अब उस महिला को थाना क्षेत्र के हिरसिंगपुर गांव से बरामद कर लिया और न्यायालय में उसका इकबालिया बयान कलमबद्ध कराया। अपने बयान में महिला ने बताया है कि भलुआहा गांव निवासी पति रामबली सिंह उसके साथ बराबर मारपीट करता था। इससे आजिज आकर वह घर से भागकर हिरसिंगपुर गांव निवासी लखन राय के पुत्र मुकेश राय से शादी कर उसके घर रहने लगी थी। मामले के अनुसंधानकर्ता अरविंद सिंह ने बताया कि महिला की हत्या की बात गलत होने पर अब नए सिरे से आरोपियों पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। बहरहाल, यह वाकया सामने आने पर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
इंडो-नेपाल बॉर्डर पर भटकर पहुंचा बालक
भारत-नेपाल सीमा के झीम नदी के बॉर्डर के पास देर शाम एक चार वर्षीय बच्चा को बरामद किया गया। वह बच्चा वहां कैसे पहुंच गया पता नहीं चल सका। एसएसबी 51वीं बटालियन के कंपनी कमांडेंट अविनाश कुमार जाखड़ ने बताया कि जवानों ने शनिवार देरशाम बॉर्डर पर उस बच्चे को लावारिस हालत में देखकर उसको अपने कब्जे में ले लिया। आसपास के गणमान्य लोगों से संपर्क करने के बाद उसके घर का पता चला। वह पुरंदहा रजवाड़ा पश्चमी पंचायत के लक्ष्मीपुर गांव का रहने वाला है। बच्चे का नाम आशुतोष, माता का नाम गायत्री देवी है। उसके दादा विश्वनाथ से संपर्क करने पर रात 11 बजे उसे सौंप दिया गया। भटके हुए पुत्र के मिलने पर घर में खुशियां लौट गई। उन लोगों ने एसएसबी के जवानों को दुआएं दी।