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West Champaran: मगरमच्छ से लड़कर छोटे भाई की जान बचाने वाले धीरज को मिलेगा राष्ट्रीय बाल पुरस्कार

West Champaran बेतिया के योगापट्टी के चौमुखा गांव के धीरज को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2022 देने के लिए डीएम ने की अनुशंसा। सितंबर 2020 में गंडक नदी में मगरमच्छ ने किया था दोनों भाईयों पर हमला ।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 30 Oct 2021 04:33 PM (IST)Updated: Sat, 30 Oct 2021 04:33 PM (IST)
West Champaran: मगरमच्छ से लड़कर छोटे भाई की जान बचाने वाले धीरज को मिलेगा राष्ट्रीय बाल पुरस्कार
धीरज कुमार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया जा सकता। जागरण

पश्‍च‍िम चंपारण (बेतिया), जासं। बेतिया के योगापट्टी प्रखंड के चौमुखा पंचायत की वार्ड संख्या छह निवासी राजबली यादव के पुत्र धीरज कुमार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया जा सकता है। धीरज की सहास को सम्मान दिलाने के लिए डीएम कुंदन कुमार ने अनुशंसा किया है। समाज कल्याण विभाग को अनुशंसा पत्र भेज दी गई है। जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक अभय कुमार ने बताया कि बीते 02 सितंबर को योगापट्टी के चौमुखा गांव निवासी राजबली यादव के दो पुत्र धीरज कुमार (13)और नीरज कुमार (11) भैंस चराने के लिए गंडक दियारे में गए थे।

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गंडक नदी के छाड़न में छोटा भाई नीरज भैंस को नहालने के लिए गया। इसी दौरान मगरमच्छ ने उस पर हमला कर दिया। छोटे भाई पर मगरमच्छ का प्राणघातक हमला देख बड़ा भाई भी पानी में छलांग लगा दिया। दोनों भाईयों ने करीब 10 मिनट तक मगरमच्छ से लड़ाई की। मगरमच्छ को हरा कर धीरज ने अपने छोटे भाई नीरज की जान बचा ली। हालांकि इस दौरान दोनों भाई गंभीर रूप में घायल भी हो गए थे। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में करीब एक सप्ताह तक दोनों का इलाज भी चला था। इस घटना के बाद धीरज ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, 2022 के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। मामले की जांच के बाद डीएम कुंदन कुमार ने धीरज की बहादूरी की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार, 2022 देने की अनुशंसा की है।

युवक ने तेंदुए को दबोचा

मुर्गा फार्म में घुसे तेंदुए को एक युवक ने बहादुरी का परिचय देते हुए दबोच लिया। नेपाल के बांगलुंग में एक तेंदुआ दिल बहादुर थापा के मुर्गा फार्म में घुस गया तथा करीब 100 मुर्गा में से अधिकतर को मार दिया और उनका निवाला बना लिया। जब इसकी जानकारी मुर्गा फार्म के मालिक और गांव वालों को हुई तो उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस तथा वन विभाग को दी। इसके पश्चात तेंदुए को भागने की कोशिश की जाने लगी। लेकिन तेंदुआ मुर्गा फार्म से निकलकर पास में बकरियों के बेड़े की तरफ शिकार करने के लिए जाने लगा। तभी गांव का युवक राजन पाइजा जो की कराटे खिलाड़ी भी है वो तेंदुआ से जा भिड़ा और तेंदुआ के गर्दन को दबोच अपने कब्जे में लिया। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने अपने कब्जे में लिया।


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