दरभंगा नगर निगम में चल रही कुर्सी की राजनीति का अंत, अब शहरवासियों को विकास पर नजर
Darbhanga News नव निर्वाचित मेयर व डिप्टी मेयर ने शहरवासियों को दिलाया भरोसा कहा- शहरी क्षेत्र का विकास करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल दरभंगा नगर निगम में दोनों पदों को लेकर काफी दिनों से चल रही थी गहमागहमी।
दरभंगा, जासं। दरभंगा नगर निगम में करीब एक महीने से अधिक वक्त से मेयर व डिप्टी मेयर की कुर्सी के लिए चल रहे राजनीतिक उथल-पुथल का अंत हो गया है। अब लोगों को सीधे-सीधे विकास पर नजर है। हालांकि जीत के बाद मेयर व डिप्टी मेयर बोले-शहरी क्षेत्र का विकास करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है। बता दें कि शहरी क्षेत्र के 48 सदस्यों निगम में से मेयर व डिप्टी मेयर की वोटिंग करने कुल 38 पार्षद पहुंचे थे।
कड़ी सुरक्षा के बीच समाहरणालय स्थित आंबेडकर सभागार में जिलाधिकारी राजीव रौशन और चुनाव प्रेक्षक प्रमंडलीय आयुक्त के सचिव देवेंद्र प्रसाद तिवारी की उपस्थिति में दिन के 11 बजे सबसे पहले मेयर पद पर नामिनेशन की प्रक्रिया शुरू की गई। मेयर पद के लिए वार्ड की पार्षद मुन्नी देवी व वार्ड पांच की पार्षद पूजा मंडल ने नामिनेशन किया। इसके बाद वोटिंंग शुरु हुई।
मेयर पद के लिए हुई वोङ्क्षटग में मुन्नी को 21 जबकि पूजा को 17 मत मिले। इस प्रकार चार वोटों से मुन्नी देवी दरभंगा नगर निगम की मेयर घोषित हुई। वहीं, डिप्टी मेयर पद पर वार्ड 30 की जीनत प्रवीण व वार्ड छह के पार्षद भरत कुमार सहनी के बीच मुकाबला हुआ। इसमें भरत सहनी को 29, जबकि जीनत को आठ मत मिले। भरत 21 वोटों से डिप्टी मेयर पद पर विजयी घोषित किए गए। वहीं, एक मत रद हो गया। चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद जैसे ही मेयर व डिप्टी मेयर आंबेडकर सभागार से बाहर निकले उत्साही समर्थकों ने फूल-माला से उनका स्वागत किया। मेयर और डिप्टी मेयर ने संयुक्त रूप से बताया कि शहरी क्षेत्र का विकास करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है। अल्प समय के लिए मिले अवसर का सदुपयोग मिलकर करेंगे। वहीं, डिप्टी मेयर भरत कुमार सहनी ने कहा कि मिले पद का सही रुप से उपयोग करना उनकी प्राथमिकता है। ससमय योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए कटिबद्ध हूं।
हाईकोर्ट पर टिकी हैं निगाहें
शौचालय बंदोबस्ती में अनियमितता को लेकर 6 दिसंबर 2021 को नगर विकास एवं आवास विभाग ने तत्कालीन मेयर बैजयंती देवी खेडिय़ा व डिप्टी मेयर बदरुजमां खां को पदमुक्त करते हुए सशक्त स्थाई समिति के सात सदस्यों की सदस्यता रद कर दी थी। इस फैसले को लेकर मेयर ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जानकार बताते हैं कि एक सप्ताह के बाद हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई है। यदि हाईकोर्ट से पूर्व मेयर सहित अन्य को राहत मिलती है तो उन्हें पुन: पद पर बहाल किया जा सकता है। बहरहाल, हाईकोर्ट के निर्णय पर सबकी निगाहें टिकी हुई है।
सुरक्षा के थे कड़े प्रबंध
दरभंगा नगर निगम के मेयर व डिप्टी मेयर पद के लिए हुए चुनाव को लेकर आंबेडकर सभागार के आसपास सुरक्षा के कड़े प्रबंध थे। केवल पार्षदों को ही अंदर प्रवेश करने की अनुमति थी। आंबेडकर सभागार के मुख्य गेट पर सुरक्षा में तैनात महिला और पुरुष बल पूरी मुश्तैदी के साथ अपनी डूयूटी करते नजर आए। यहां तक की पांच सौ गज की परिधि में किसी को भी अंदर प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा था।
चलती रही कवायद, कई के सपने हुए चकनाचूर
मेयर और डिप्टी मेयर पद को लेकर 11 जनवरी की पूरी रात कवायदों का दौर चलता रहा। पार्षदों को मनाने के लिए प्रत्याशी भागते रहे। हालांकि, कइओं को इसका लाभ नहीं मिला। सूत्र बताते हैं कि मेयर पद की रेस में मधुबाला सिन्हा का नाम सबसे आगे चल रहा था। हालांकि, उनके नाम पर अंतिम मुहर नहीं लग सकी। इधर, वार्ड 21 की पार्षद मधुबाला सिन्हा ने बताया कि मंगलवार की शाम तक सबकुछ ठीक था। लेकिन, रात में कई दल, बल, छल जाति, धर्म के रास्ते भटक गए। बुधवार की सुबह मात्र एक दर्जन पार्षद ही साथ रह गए। इसलिए मेयर पद पर दावेदारी नहीं कर सकी। अपने साथ रहने वाले पार्षदों का उन्होंने धन्यवाद दिया। कहा कि चूंकि अगली बार मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव भी जनता के हाथों ही होगा। सो, जनता की शरण में जाऊंगी।
अप्रैल में आचार संहिता होगी लागू
अप्रैल 2022 में नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होगा। सो, नए मेयर व डिप्टी मेयर का मात्र तीन महीने का कार्यकाल है। इतने कम समय में बचे हुए काम को पूरा करने की चुनौती नव निर्वाचित मेयर व डिप्टी मेयर के समक्ष है।