पश्चिम चंपारण के बगहा में बरसात पूर्व सुरक्षित होंगे तटबंध, बाढ़ से निपटने को पुख्ता तैयारी
West Champaran news एसडीएम ने किया गंडक बराज व चंपारण तटबंध का निरीक्षण। जरूरत के अनुसार स्टोर की जाएंगी बालू भरी बोरियां होंगे बाढ़ संघर्षात्मक कार्य। निरीक्षण के दौरान तटबंध में कई जगहों पर रेनकट पाया गया ।
पश्चिम चंपारण (बगहा), जासं। बरसात पूर्व बाढ़ व कटाव से बचाव को लेकर किए जा रहे तैयारियों का जायजा मंगलवार को एसडीएम दीपक कुमार मिश्रा ने लिया। इस दौरान उन्होंने गंडक बराज सहित चंपारण तटबंध आदि का निरीक्षण कर मौके पर उपस्थित संबंधित विभाग के अधिकारियों से जानकारी भी ली। तटबंध व नहरों का निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कई जगहों पर रेन कट के कारण गड्ढे उभर आई हैं। जिनकी तत्काल मरम्मत करने का आदेश एसडीएम ने दिया। एसडीएम ने बताया कि बाढ़ व बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर अनुमंडल के सभी तटबंधों का निरीक्षण किया जा रहा है। जिसके तहत चंपारण तटबंध का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान तटबंध में कई जगहों पर रेनकट पाया गया । जिसको शीघ्र दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है। वही मिट्टी धंसने के कारण सड़क का फ्लैंक भी क्षतिग्रस्त पाया गया। जिसको ले संवेदक व कार्यपालक अभियंता को जल्द दुरुस्त कराने का निर्देश दिया गया है । उन्होंने कहा कि संवेदक को गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने के लिए विशेष निर्देश दिया गया है । साथ ही समय सीमा के अंदर कार्य पूर्ण करने का भी निर्देश दिया गया है । उन्होंने कहा कि गुणवत्ता में शिकायत पाए जाने पर संबंधित एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी । वहीं दूसरी तरफ एसडीएम ने दोन नहर के तटबंध का भी निरीक्षण किया । उसमें भी कई जगहों पर तमाम कमियों को पाया गया है। जिसको बरसात से पहले दुरुस्त करने का निर्देश कार्यपालक अभियंता निर्देशित किया गया है । निरीक्षण के दौरान बगहा डिवीजन के कार्यपालक अभियंता विष्णु प्रकाश परवाना व दोन नहर के कार्यपालक अभियंता अमरेन्द्र नारायण, एसडीओ खलील अख्तर ,कनीय अभियंता रामबहाली राम ,बगहा एक अंचल के सीओ अभिषेक आनंद व रामनगर अंचल के सीओ विनोद कुमार मिश्र व बीडीओ चन्द्रगुप्त बैठा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
600 फीट के दायरे में होगा संघर्षात्मक काम, गांव को सुरक्षित करने पर बल
हरनाटांड। मंगलवार को विधायक धीरेंद्र प्रताप उर्फ रिंंकू सिंंह और एसडीएम दीपक कुमार मिश्रा ने महदेवा भपसा नदी के द्वारा किये जा रहे कटाव और नदी के रुख का जायजा लिया। इस क्रम में पाया गया कि कई जगह मिट्टी क्षरण के कारण कट उभर आए हैं। जिसके कारण तटबंध पर खतरा उत्पन्न हो गया है। विधायक और एसडीएम ने मौके पर मौजूद अभियंता को निर्देश दिया कि कम से कम 600 $फीट के दायरे में बाढ़ संघर्षात्मक कार्य कराया जाए तो गांव पूरी तरह सुरक्षित हो जाएगा। विधायक ने कहा कि ग्रामीणों की सुरक्षा सर्वोपरि है। इसलिए बरसात शुरू होने से पूर्व काम पूरा करा लिया जाए। दूसरी ओर, नौरंगिया में नहर के डाउन स्ट्रीम में काम पूरा पाया गया। जिस पर एसडीएम ने संतोष जताया। उन्होंने जल निस्सरण विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिया कि उप स्ट्रीम में भी काम कराया जाए। इस मौके पर कई लोग मौजूद थे।