हिदी में वर्ण विन्यास की शुद्धता भाषा का अनिवार्य अंग
आरडीएस कालेज के अंग्रेजी विभाग में चल रहे उच्चारण सुधार पर शार्ट टर्म ट्रेनिग प्रोग्राम के चौथे दिन शनिवार को प्रथम सत्र के मुख्य वक्ता हिदी विभागाध्यक्ष डा.रमेश प्रसाद गुप्ता थे।
मुजफ्फरपुर। आरडीएस कालेज के अंग्रेजी विभाग में चल रहे उच्चारण सुधार पर शार्ट टर्म ट्रेनिग प्रोग्राम के चौथे दिन शनिवार को प्रथम सत्र के मुख्य वक्ता हिदी विभागाध्यक्ष डा.रमेश प्रसाद गुप्ता थे। उन्होंने कहा कि 'हिदी में वर्ण विन्यास की शुद्धता भाषा का अनिवार्य अंग है' वर्ण किसी भाषा की आत्मा होती है। शुद्ध भाषा की प्रस्तुति के लिए वर्ण विन्यास का पूर्ण ज्ञान होना आवश्यक है। बिना वर्ण के किसी भी भाषा को लिपिबद्ध नहीं किया जा सकता। वर्ण बिना भाषा शुद्ध नहीं हो सकती और उसका प्रभाव भी नगण्य हो जाता है। द्वितीय सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में शोधार्थी तथागत ने कहा कि भाषा विचार विनिमय का एक महत्वपूर्ण साधन है। भाषा के कारण ही मनुष्य संसार का सर्वश्रेष्ठ प्राणी बन सका है। भाषा का विस्तार एवं विकास मनुष्य का अपना ही विकास है। इसलिए भाषा में लिपि, वर्ण, शब्द एवं व्याकरण की महत्ता को समझना आवश्यक है। प्राचार्य डा.अमिता शर्मा ने कहा कि भाषा भावों और विचारों की संवाहिका है। मनुष्य प्राणियों में सर्वश्रेष्ठ इसलिए है कि उसके पास बोलने की ताकत है। मानव को उसकी भाषा और संवेदना सर्वश्रेष्ठ होने की पराकाष्ठा पर ले जाता है। मौके पर डा.अनीता घोष, डा.अनीता सिंह, डा.नीलिमा झा, डा.श्याम बाबू शर्मा, डा.रंजना कुमारी, डा.हसन रजा व छात्र-छात्राओं में पंकज, प्रशांत, अर्पिता, निधि, प्रभाकर, अवनीश समेत 50 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
एमआइटी में कार्यशाला का आयोजन
एमआइटी में शनिवार को आिर्ड्रनो और टिकरकैड पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कालेज के तकनीकी क्लब माक्सी की ओर से आयोजित कार्यशाला में 2020 बैच के 170 छात्र-छात्राएं शामिल हुए। प्रशिक्षण के बाद छात्र-छात्राओं ने विभिन्न प्रकार के सर्किट भी डिजाइन किये। बताया गया कि रिमोट से संचालित मोटर व गाड़ी को आिर्ड्रनो डिवाइस से कंट्रोल किया जाता है। यह मस्तिष्क की तरह कार्य करता है। कार्यशाला का निर्देशन माक्सी के प्रो.मोहित कुमार ने किया। मौके पर आशुतोष रंजन, अभिषेक, अमित, प्रिया, सृष्टि समेत अन्य थे।