मधुबनी जिले के इस स्वास्थ्य उपकेंद्र के भवन पर है एक परिवार का कब्जा, अतिक्रमण मुक्ति को लगाई गई है गुहार
मधुबनी जिले के पंडौल प्रखंड अंतर्गत मेघौल पंचायत के कल्याणपुर स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र का भवन एक परिवार के निजी कब्जे में है। ग्रामीणों की शिकायत पर जांच हुई।
मधुबनी, [प्रदीप मंडल]। आमजन तक स्वास्थ्य सेवाओं की सुगम पहुंच के लिए सरकार ने विभिन्न स्तरों पर सरकारी अस्पताल की व्यवस्ािा कर रखी है। लेकिन विभिन्न कारणों से इनका पूरा लाभ लोगों को नहीं मिल पाता है। हालंाकि सरकार और प्रशासन सजग हो और दृढ़ इच्छाशक्ति दिखाए तो इस स्थिति पर काबू भी पाया जा सकता है। अब मधुबनी जिले के पंडौल प्रखंड अंतर्गत मेघौल पंचायत के कल्याणपुर स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र को ही लीजिए। वर्षों से अतिक्रमण की मार झेल रहे इस स्वास्थ्य उपकेंद के दिन बहुरने वाले हैं।
अतिक्रमण मुक्त कराने का अनुरोध
कल्याणपुर स्वास्थ्य उपकेंद्र को जल्द ही अतिक्रमण से मुक्ति मिलने वाली है। अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध विधिसम्मत कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पंडौल पीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुधांशु शेखर झा ने पंडौल थाना को लिखित शिकायत कर कल्याणपुर स्वास्थ्य उपकेंद्र को अतिक्रमण मुक्त कराने का अनुरोध किया है।
जांच में हुई अतिक्रमण की पुष्टि
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. झा ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र कल्याणपुर के भवन एवं जमीन को कल्याणपुर निवासी रामकृपाल यादव के द्वारा अतिक्रमण कर लिए जाने की शिकायत थी। पंडौल अंचलाधिकारी पंकज कुमार और सिविल सर्जन, मधुबनी के पत्र के आलोक में निरीक्षण किए जाने पर आम लोगों के द्वारा की गई शिकायत को सही पाया गया है। साथ ही उक्त अतिक्रमणकारी के विरुद्ध विधि सम्मत कानूनी कार्रवाई करने की बात भी कही गई है।
ग्रामीणों ने की थी लिखित शिकायत
स्वास्थ्य उपकेंद्र के अतिक्रमण के संबंध में दर्जनों स्थानीय ग्रामीणों ने सिविल सर्जन, मधुबनी को लिखित शिकायत कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को अतिक्रमण मुक्त कराने का निवेदन किया था। स्थानीय ग्रामीणों में ललित यादव, रामकुमार यादव, शिवनारायण यादव व तिलक यादव समेत दर्जनों लोगों का कहना था कि राज्य सरकार की ओर से वर्ष 2006-08 में प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र कल्याणपुर का भवन निर्माण कराया गया था। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा पदस्थापित कॢमयों के द्वारा नियमित रूप से उस भवन में स्वास्थ्य विभाग का कार्य होता आ रहा था। लेकिन, वर्ष 2018 में रामकृपाल यादव व उसके स्वजनों के द्वारा स्वाथ्य उपकेंद्र के बगल में गलत तरीके से मिट्टी काटने से भवन को क्षति पहुंचने की आशंका बन गई।
स्वास्थ्य उपकेंद्र के भवन में रहने लगा परिवार
तत्कालीन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जेके महतो ने पांच नवंबर 2018 को अंचलाधिकारी पंडौल, थानाध्यक्ष पंडौल व प्रखंड विकास पदाधिकारी पंडौल को पत्राचार कर उक्त संबंध में सूचित किया था। लेकिन, संबंधित पदाधिकारियों के द्वारा कोई कार्रवाई नहींं होने पर रामकृपाल यादव और उसके बेटे संतोष यादव व रंजन यादव ने प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र के भवन को ही अतिक्रमण कर लिया था। जिसमें अभी भी उक्त व्यक्ति अपने स्वजनों के संग रह रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि संतोष यादव पिछले कुछ महीनों से उसी भवन में बालू-सीमेंट का कारोबार भी करने लगा है।