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क्षेत्रीय फलों के सेवन से विकसित होती बीमारी से लड़ने की क्षमता : डा.एसडी पांडेय

रामवृक्ष बेनीपुरी महिला महाविद्यालय में राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर शनिवार को सीएनडी विभाग व राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय सेमिनार सह कार्यशाला का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 01:52 AM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 01:52 AM (IST)
क्षेत्रीय फलों के सेवन से विकसित होती बीमारी से लड़ने की क्षमता : डा.एसडी पांडेय
क्षेत्रीय फलों के सेवन से विकसित होती बीमारी से लड़ने की क्षमता : डा.एसडी पांडेय

मुजफ्फरपुर। रामवृक्ष बेनीपुरी महिला महाविद्यालय में राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर शनिवार को सीएनडी विभाग व राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय सेमिनार सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। कुपोषण छोड़ पोषण की ओर, थामे क्षेत्रीय भोजन की डोर थीम पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डा.ममता रानी ने की। उन्होंने बताया कि भारतीय पारंपरिक भोजन इंस्टेंट भी होता है और पोषण से भरपूर भी। पिज्जा, बर्गर, मैगी को फास्ट फूड कहा जाता है पर सत्तू और अंकुरित अनाज से ज्यादा इंस्टेंट और पोषक तत्वों से भरपूर कोई आहार नहीं। कार्यक्रम की आयोजन सचिव डा. जयाश्री ने वक्ता अतिथियों का स्वागत किया तथा विषय की महत्ता पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता लीची अनुसंधान संस्थान मुजफ्फरपुर के सीनियर साइंटिस्ट तथा निदेशक डा. एसडी पांडेय ने बताया कि हमें मौसमी और क्षेत्रीय फलों का ही सेवन करना चाहिए। ये मौसमी फल तथा उस क्षेत्र विशेष में होने वाले रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करते हैं। नारायणी हास्पिटल की निदेशक सह सीनियर कंसल्टेंट डा.अर्चना ने पोषण तथा उसकी कमी से होने वाली बीमारियों के विषय में अवगत कराया। डायटिशियन व स्टेट प्रोग्राम कॉर्डिनेटर आइसीडीएस डा. रूबीना ने बताया कि भोजन में पोषक तत्वों की अधिकता भी कुपोषण की श्रेणी में ही आता है। इससे मोटापा, उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियां हो सकती हैं। अत: आहार का संतुलन आवश्यक है। एनएसएस की कार्यक्रम पदाधिकारी डा. रेणु बाला ने कहा कि पोषण ही आरोग्य का आधार है। डा. विदिशा मिश्रा ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन पूजा कुमारी व धन्यवाद ज्ञापन डा. मीनू ने किया। दूसरे सत्र में छात्राओं की निशुल्क हीमोग्लोबिन टेस्ट कराया गया। सौ से अधिक छात्राओं की जांच की गई। मौके पर डा नीलू, डा. विनीता रानी, डा वंदना सिंह, सुनीता कुमारी,नूपुर वर्मा, रेशमा सिंह, अन्नू कुमारी, डा. अफरोज, डा अभय कुमार आदि मौजूद थे।

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