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जातीय आधारित जनगणना के बाद मिलेगा थारुओं का हक, डिप्टी सीएम ने कही बड़ी बात

Bihar Politics भारतीय थारू कल्याण महासंघ के स्वर्ण जयंती समारोह में कई घोषणा। कहा राजनीति में भागीदारी की मांग जायज सरकार गंभीर। स्वर्ण जयंती समारोह में बिहार उत्तर प्रदेश उत्तराखंड और नेपाल से पहुंचे थारू नेता ।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 22 May 2022 07:36 PM (IST)Updated: Sun, 22 May 2022 07:36 PM (IST)
जातीय आधारित जनगणना के बाद मिलेगा थारुओं का हक, डिप्टी सीएम ने कही बड़ी बात
पश्‍च‍िम चंपारण के बगहा में कार्यक्रम में मौजूद एनडीए नेता। फोटो-जागरण

बगहा (पचं), जासं। उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि थारू आदिवासी भाइयों के उत्थान और कल्याण के लिए सरकार दिन रात काम कर रही है। लंबे समय से राजनीति में भागीदारी उठ रही मांग भी पूरी होगी। सरकार ने जाति आधारित जनगणना के निर्णय इसी उद्देश्य से लिया है कि समाज के सभी वर्गों को नेतृत्व का मौका मिले। वे रविवार को हरनाटांड़ स्थित उच्च प्लस टू विद्यालय परिसर में भारतीय थारू कल्याण महासंघ के स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित कर रही थीं। डिप्टी सीएम ने कहा कि एनडीए की सरकार में मांगना नहीं पड़ता है। वर्ष 2003 में अटल जी की सरकार ने थारुओं को आदिवासी जनजाति का दर्जा दिया गया था। अब सरकार जातिगत जनगणना के आधार पर आबादी के अनुरूप राजनीतिक आरक्षण का लाभ भी देगी।

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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल थारू समाज को स्वर्ण जयंती समारोह के आयोजन पर बधाई दी। उन्होंने डॉ. कृष्ण मोहन राय के राजनीतिक भागीदारी की मांग पर कहा कि डॉ. राय में अभिन्न मित्र हैं। वर्ष 2000 में जब लालकृष्ण आडवाणी जी आए थे तो उस समय यह सारी स्थिति के बारे में चंद्रमोहन राय व स्व. डॉ. मदन जायसवाल ने रखा था और 2003 में स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार ने अनुसूचित जनजाति में रखा। 2001 की जनगणना और 2002 में ही विधानसभा और लोकसभा का परिसीमन की कमेटी बन गई और उसके बाद थारुओं को जनजाति का दर्जा दिया गया। 2020 में जनगणना होनी थी, लेकिन कोरोना वायरस महामारी की वजह से 2021 की जनगणना भी पूरी नहीं हो पाई। 2021 की जनगणना जब पूरी होगी तो जिले में बड़ी आबादी रखने वाला थारू समाज को राजनीतिक आरक्षण और राजनीतिक भागीदारी दिलाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।

अध्यक्षता थारू महासंघ के अध्यक्ष दीपनारायण प्रसाद व संचालन दृगनारायन प्रसाद ने किया। स्वर्ण जयंती समारोह का उद्घाटन सूबे की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद डॉ. संजय जायसवाल सहित कई अन्य गणमान्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। जिसके बाद सभी अतिथियों ने उच्च विद्यालय परिसर स्थित उक्त विद्यालय के पूर्व प्रधानाध्यापक स्व. देवलाल महतो की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं इससे पूर्व थारू नेताओं ने सभी अतिथियों का माल्यार्पण कर एवं उन्हें अंग वस्त्र ओढ़ाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तराखंड से आए थारू कलाकार बंटी राणा एवं उनकी की टीम ने अतिथियों के स्वागत में उत्तराखंड के लोक नृत्य का प्रस्तुत कर किया।

परिवारवाद का शिकार हो चुका है राजद 

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि चुनाव के समय पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक तो होनी ही चाहिए, लेकिन परिवारवाद की शिकार कुछ पार्टियों के नेता इस महत्वपूर्ण बैठक से भी गायब रहते हैं।

उन्होंने राजद पर तंज कसते हुए कहा कि परिवारवाद की शिकार हो चुकी यह पार्टी रसातल में जा रही है। हालांकि एनडीए गठबंधन में किसी प्रकार की रार को लेकर उन्होंने इन्कार किया। कहा गठबंधन मजबूत है और यह लगातार विकास का कार्य करता रहेगा।

भारतीय राजनीति में मिले थारुओं को भागीदारी : रुक्मिणी

नेपाल की पूर्व सांसद रुक्मिणी थारू ने आह्वान किया है कि भारतीय राजनीति में थारू समुदाय को भागीदारी मिले। जिससे थारू समुदाय को आगे बढ़ाया जा सके। बगहा के हरनाटांड़ में भारतीय थारू कल्याण महासंघ के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल होने पहुंची रुक्मिणी ने कहा कि नेपाल हमारा देश है और थरुहट हमारा घर। कुछ इसी तरह की बात उत्तराखंड के नानकमत्ता से विधायक गोपाल सिंह राणा ने भी कही। उन्होंने भी थारुओं को राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया। इनके अलावा नेपाल के थारू नेता व आदिवासी जनजाति कल्याण संस्था के अध्यक्ष विजय बहादुर चौधरी, धनीराम चौधरी, लक्ष्मण थारू आदि ने भी अपनी राय रखी।

इस मौके राज्यसभा सदस्य सतीश चंद्र दुबे, वाल्मीकिनगर सांसद सुनील कुमार, बगहा विधायक राम सिंह, जिप अध्यक्ष निर्भय कुमार, बगहा दो प्रखंड प्रमुख शिव कुमारी देवी, पूर्व जिप अध्यक्ष शैलेंद्र गढ़वाल, डॉ. कृष्ण मोहन राय, डॉ. राजू प्रसाद के साथ-साथ दर्जनों थारू नेता व सैकड़ों लोग मौजूद रहे।


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