मुजफ्फरपुर में रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर अब भी अफरातफरी, 170 वायल का वितरण
सिविल सर्जन डॉ.एसके चौधरी ने बताया कि 170 वायल का विरतण किया गया। 83 नए व पुराने मरीज के बीच चिकित्सक के परामर्श पर इसे दिया गया है। एसकेएमसीएच के लिए 500 वायल आवंटित है।सदर अस्पताल में लगी लंबी लाइन बारी-बारी से दिया गया इंजेक्शन।
मुजफ्फरपुर, जासं। सदर अस्पताल परिसर में बुधवार को रेमडेसिविर इंजेक्शन लेने के लिए अफरातफरी रही। सुबह 10 बजे से ही परिसर में इसके लिए लोग पहुंचने लगे। सिविल सर्जन से लेकर वरीय अधिकारियों तक पैरवी पहुंचाने के लिए बेचैन। इस बीच दोपहर 12 बजे इंजेक्शन पहुंचा और वितरण शुरू हुआ। पहले पाने के लिए धक्का-मुक्की होने लगी। अफरातफरी होते देख जिले के मुख्य भंडारपाल शशि रंजन ने सुरक्षाकर्मियों के सहयोग से भीड़ पर काबू पाया और सबको पंक्ति में लगवाया। उसके बाद बारी-बारी से इंजेक्शन दिया गया। सिविल सर्जन डॉ.एसके चौधरी ने बताया कि 170 वायल का विरतण किया गया। 83 नए व पुराने मरीज के बीच चिकित्सक के परामर्श पर इसे दिया गया है। इसकी कीमत 1299 रुपये ली गई। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पताल के लिए यह इंजेक्शन निशुल्क है। वहीं निजी अस्पताल में इलाज कराने वाले से इसकी कीमत ली जा रही है। एसकेएमसीएच के लिए 500 वायल आवंटित है। वहां सीधे रेमडेसिविर का कोटा अधीक्षक के पास जा रहा है। सरकारी स्तर पर वितरण होने से लोगों को कालाबाजारी से मुक्ति मिली है।
स्वास्थ्य कर्मियों को सौंपा पीपीई किट
गायघाट (मुजफ्फरपुर) : प्रखंड की रामनगर पंचायत के हसना, मैठी पंचायत के कोठिया और लोमा पंचायत के लोमा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोविड-19 वैक्सीनेशन करने वाले योद्धाओं को गायघाट सामाजिक मंच के अध्यक्ष व द प्लूरल्स पार्टी के नेता सुबोध कुमार सिंह के नेतृत्व में पीपीई किट का वितरण किया गया। इस दौरान पप्पू सिंह, आकाश चौहान, डॉ. राजीव कुमार, धर्मेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे। साथ ही लोगों को कोविड-19 का वैक्सीनेशन सही समय पर लेने के लिए जागरूक किया गया।
मनियारी अस्पताल को चालू कराने की मांग
मनियारी (मुजफ्फरपुर) : भाजयुमो के क्षेत्रीय पदाधिकारी शशिरंजन ने मनियारी अस्पताल को कोरोना महामारी में चालू कराने की मांग मुख्यमंत्री एवं जिलाधिकारी को मेल भेजकर की है। उन्होंने इसे कोविड केयर सेंटर बनाने का भी आग्रह किया। वहीं, स्थानीय उपमुखिया अफरोज आलम ने मनियारी अस्पताल में जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराने की मांग की।