AES पर नियंत्रण को लेकर गोद लिए गांवों में पहुंची अधिकारियों की टीम, लोगों को किया जागरूक
AES in Muzaffarpur जिले की सभी 385 पंचायतों में चलाया जागरूकता अभियान। रेडियो एफएम के माध्यम से जिंगल्स के जरिये भी लोगों को किया जा रहा जागरूक।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। AES in Muzaffarpur: एईएस पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर डीएम के निर्देश पर चलाए जा रहे 'एडॉप्ट ए विलेज इनिशिएटिवÓ के तहत जिले की सभी 385 पंचायतों में जागरूकता अभियान चलाया गया। डीएम के निर्देश के आलोक में अधिकारियों व कर्मियों की टीम ने गोद लिए गए गांवों में पहुंच कर लोगों को जागरूक किया।
'चमकी को धमकीÓ स्लोगन को धरातल पर उतारने की पहल के तहत गांवों तक पहुंची प्रशासनिक टीम ने ग्रामीणों से बात की। आशा व सेविका को निर्देश दिए। ग्रामीणों के बीच पर्चा वितरित किया। पंचायत स्तरीय समन्वय समिति एवं गांव स्तर पर गठित टीमों के साथ टैग किए वाहन चालकों और वाहन मालिकों के साथ बैठक भी की गई।
बताते चलें कि डीएम के निर्देश पर प्रशासनिक टीम चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए लगातार अभियान चला रही है। डीपीआरओ कमल सिंह ने बताया कि रेडियो एफएम के माध्यम से जिंगल्स के जरिये भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। आने वाले दिनों में होॄडग्स आदि के माध्यम से भी व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा।
चमकी बुखार, कालाजार की जांच को कुढऩी में बनेगा हेल्थ रिसर्च सेंटर
पीएचसी कुढऩी परिसर में मॉडल रूलर हेल्थ रिसर्च सेंटर निर्माण की कवायद चल रही है। रिसर्च सेंटर खुल जाने से यहां कालाजार, चमकी बुखार समेत अन्य गंभीर बीमारी की जांच की जाएगी। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग पटना की टीम ने कुढऩी पीएचसी पहुंच भूमि को चिह्नित कर मापी की। आइसीएमआर टीम का नेतृत्व निदेशक डॉ. प्रदीप दास कर रहे थे।
उनके साथ सीओ रंभू ठाकुर, डॉ. रौशन, सीपीडब्ल्यूूडी के अभियंता थे। पीएचसी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार एवं स्वास्थ्य प्रबंधक आशीष मिश्रा ने टीम को भूमि की जानकारी दी। उसके बाद जमीन की मापी की गई। बताया गया है कि रिसर्च सेंटर का भवन 15 डिसमिल में बनेगा। सीओ ने बताया कि इसके लिए पीएचसी परिसर में जमीन उपलब्ध है। शीघ्र भूमि पूजन होगा।