मधुबनी में एमडीएम का खाली बोरा बेचकर शिक्षकों ने जताया विरोध
जिला सचिव बबीता चौरसिया ने कहा कि निदेशक मध्याह्न भोजन योजना में ही एमडीएम के चावल के बोरा को 10 रुपये प्रति बोरा बेचकर सरकारी खाते में राशि जमा करने का आदेश दिया है। शिक्षक इस आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करते हैं तो इसे निलंबित किया जाता है।
मधुबनी (अंधराठाढ़ी), जासं। बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू के आह्वान पर शुक्रवार को स्थानीय अंधराठाढ़ी प्रखंड मुख्यालय में सैकड़ों शिक्षकों ने एमडीएम का बोरा बेचने के लिए स्टॉल लगाया। प्रखंड अध्यक्ष अमरेश कुमार यादव ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। बता दें कि कटिहार जिला के शिक्षक मो. तमीजुद्दीन ने निदेशक मध्याह्न भोजन के आदेश के आलोक में बाजार में घूम-घूम कर एमडीएम का बोरा बेचने का प्रयास किया था। सोशल मीडिया और मीडिया में यह वीडियो वायरल होने पर सरकार ने शिक्षक पर सरकार की छवि खराब करने का मनगढ़ंत आरोप लगाकर मो. तमीजुद्दीन को निलंबित कर दिया। जिला सचिव बबीता चौरसिया ने कहा कि निदेशक मध्याह्न भोजन योजना में ही एमडीएम के चावल के बोरा को 10 रुपये प्रति बोरा बेचकर सरकारी खाते में राशि जमा करने का आदेश दिया है।
शिक्षक इस आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करते हैं तो इसे निलंबित किया जाता है। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। सभी शिक्षक एकजुट होकर इस निलंबन कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। प्रखंड सचिव वैद्यनाथी राम, अनुमंडल प्रवक्ता चंद्रशेखर सीताराम महतो, राज नारायण सिंह, तेतर राम, श्रवण कामती, दिनेश्वर राम, मोतिउर रहमान, भोगेंद्र कुमार, सुलेमान, मो. मुमाताज आलम, मो. कलाम, ललन कुमार चौधरी, ओबैद अहमद, शंभू प्रसाद, रमन कुमार चौधरी, निर्मल कुमार यादव, अशोक कुमार आदि दर्ज़नों शिक्षकों ने बोरा बेचने का शर्मनाक आदेश देने वाले अधिकारी पर कार्रवाई करने तथा बोरा बेचने का आदेश वापस लेने की मांग मुख्यमंत्री से की। उन्होने कहा कि सरकार यदि निलंबन आदेश वापस नहीं लेगी तो 16 अगस्त को जिला मुख्यालय में सेल लगाकर सैकड़ों शिक्षक स्कूल अवधि के बाद एमडीएम का बोरा बेचेंगे तथा नियमानुसार सरकार के राशि में खाते में राशि जमा करेंगे। इसी प्रकार मधेपुर, रहिका समेत अन्य प्रखंडों में भी शिक्षकों ने मुख्यालय के सामने खाली बोरों का सेल लगाकर सरकार के प्रति अपने आक्रोश व विरोध का प्रदर्शन किया