मुजफ्फरपुर में शिक्षक नियोजन: मुरौल प्रखंड के अभ्यर्थियों की मेधा सूची जारी
डीएम को आदेश दिए एक सप्ताह से अधिक दिन हो गए फिर भी मात्र एक प्रखंड के अभ्यर्थियों की मेधा सूची ही जारी हुई। मुरौल प्रखंड की नौ पंचायतों के अभ्यर्थियों का मामला लटका। कुल 419 दावा आपत्ति आवेदन प्राप्त हुआ जिसे नियामनुकुल कार्रवाई करते हुए निराकरण किया गया।
मुजफ्फरपुर, जासं। डीएम को आदेश दिए एक सप्ताह से अधिक हो गए फिर भी मात्र एक प्रखंड के अभ्यर्थियों की मेधा सूची ही जारी हुई है। अन्य प्रखंडों एवं पंचायतों की मेधा सूची अटकी पड़ी है। केवल मुरौल प्रखंड के एक से पांच तक के अभ्यर्थियों की अंतिम मेधा सूची जारी की गई है। वहीं उक्त प्रखंडों की नौ पंचायतों के अभ्यर्थियों का मामला फंसा हुआ है। लेकिन जिला स्तर के पदाधिकारी इस दिशा में ध्यान नहीं दे रहे। इधर, शिक्षक नियोजन के लिए काफी दिनों से अभ्यर्थी दौड़ लगा रहे। डीपीओ कार्यालय के कुछ क्लर्कों की भारी मनमानी चल रही। आगे भेजने वाले मेधा सूची को भी सबसे पीछे कर दिया जाता है। कुछ में गलतियां निकाल कर लटका दिया जाता है, ताकि उनका जेब गर्म होता रहे। इधर शिक्षक नियोजन के लिए अभ्यर्थी आस लगाए बैठे हैं।
शिक्षा विभाग द्वारा निर्गत समय तालिका के अनुसार वर्ग 1 से 5 सामान्य विषय एवं उर्दू विषय के लिए प्रकाशित औपबंधिक मेधा सूची प्रकाशित करना है। शनिवार तक 419 ऑनलाइन दावा आपत्ति किया गया। उसके निराकरण के बाद सामान्य विषय के लिए 6142 एवं उर्दू विषय के लिए 377 अभ्यॢथयों की अंतिम मेधा सूची को प्रखंड शिक्षक नियोजन समिति से अनुमोदन कर लिया गया। मुरौल कोषांग प्रभारी केशव कुमार ने बताया कि, संस्कृत बोर्ड के द्वारा दिए गए मैट्रिक समकक्ष मध्यमा की डिग्री में अतिरिक्त विषय के अंक, इंटरमीडिएट में अभ्यॢथयों के द्वारा पठित वोकेशनल विषय के अंक को मिलाकर कर शामिल नहीं किया गया था। टीईटी में 55 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त करने वाले अभ्यॢथयों को भी दो अतिरिक्त अंक का वेटेज नहीं दिया गया था। 23 नवंबर 2019 तक आवेदन की अवधि में एनआईओएस से डीएलएड उत्तीर्ण अभ्यॢथयों के आवेदन को भी निरस्त कर दिया गया था। इसीलिए कुल 419 दावा आपत्ति आवेदन प्राप्त हुआ जिसे नियामनुकुल कार्रवाई करते हुए निराकरण किया गया।