East Champaran: बगैर एनओसी विद्यालय परिसर में लगाया नलजल टावर, बच्चों की जान पर खतरा
East Champaran News सरकार और खासकर शिक्षा विभाग के नियमों को ताक पर रख विद्यालय परिसर में मुख्यमंत्री हर घर नल जल योजना से स्कूल के बीचोबीच बोरिंग लगा जलमीनार खड़ा कर देने का मामला सामने आया है। इससे सैकड़ों बच्चों की जान खतरे में पड़़ गया है।
कोटवा (पूर्वी चंपारण), जागरण संवाददाता। सरकार और खासकर शिक्षा विभाग के नियमों को ताक पर रख विद्यालय परिसर में मुख्यमंत्री हर घर नल जल योजना से स्कूल के बीचोबीच बोरिंग लगा जलमीनार खड़ा कर देने का मामला सामने आया है। इससे सैकड़ों बच्चों की जान खतरे में पड़़ गया है। बताया जाता है कि बरहरवा कला पूर्वी पंचायत के वार्ड छह में स्थित उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय रामजी टोला विद्यालय में मुख्यमंत्री नलजल योजना से पैसे की कमाने की होड़ में सैकड़ों स्कूली बच्चो के जान को जोखिम में डाल दिया गया है।बोरिंग और नलजल टॉवर विद्यालय के ऑफिस एवं किचेन सेड कि बीच थोड़ी से जमीन में बना दिया गया है।
नलजल के कनेक्शन को लेकर विद्यालय के दीवाल के बगल से जमीन खोदकर पाइप डाल कर अन्य जगहों ले जाया गया है। नलजल स्टार्ट होते ही हमेशा पाइप लीकेज सहित पानी का रिसाव होता रहेगा और विद्यालय का भवन के धराशाई होने का खतरा भी बना रहेगा। इस विद्यालय में बहुत छोटे छोटे बच्चे पढ़ते है।नलजल में बिजली सहित अन्य उपकरणों से हमेशा खतरा होने की सम्भावना बनी रहेगी।सबसे हास्यास्पद बात यह है कि इस योजना की कार्यान्वयन के लिए मुखिया एवं वार्ड क्रियान्वयन समिति ने शिक्षा विभाग से एनओसी भी लेना मुनासिब नहीं समझा।
बीडीओ एवं तकनीकी सहायक ने इस योजना की अनुशंसा बगैर यह समझे कर दी।इन्हें इन बच्चों के जन की परवाह नही है। कार्य शुरू है परंतु योजना से संबंधित को बोर्ड नही लगाया गया है।नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजक्ट सात निश्चय योजना आम लोगों के फायदे के लिए काम जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारियों और संवेदकों के लिए अधिक फायदेमंद है। लोगो को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की योजना कोटवा में जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों की वजह से बन्दरबांट की भेंट चढ़ गया है।विद्यालय के प्रधाना्यापक रामेश्वर साहनी ने बताया कि एनोसी नहीं दिया गया है। ग्रामीणों की सहमति पर नलजल लगाया गया है। बीडीओ सीमा कुमारी ने बताया कि वार्ड कार्यान्वयन समिति से तत्काल रोक लगाने के लिए कहा गया है।