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वीटीआर के मदनपुर के जंगल में दिखे संदिग्ध, पुलिस व एसटीएफ लगा रही गश्त

West Champaran News गणतंत्र दिवस को लेकर पुलिस जिले में बरती रही सतर्कताजिला पुलिस व एसटीएफ ने संयुक्त रूप से की छापेमारी एएसपी अभियान दिवेश कुमार मिश्र का कहना है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुलिस जिले के विभिन्न संदिग्ध जगहों जांच पड़ताल की जा रही।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 25 Jan 2022 04:54 PM (IST)Updated: Tue, 25 Jan 2022 04:54 PM (IST)
वीटीआर के मदनपुर के जंगल में दिखे संदिग्ध, पुलिस व एसटीएफ लगा रही गश्त
मदनपुर जंगल में छापेमारी को जाती एसटीएफ की टीम। फोटो-जागरण

बगहा (पचं), जासं। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के मदनपुर के जंगल में संदिग्धों की खोज के लिए जिला पुलिस व एसटीएफ की टीम लगातार गश्त लगा रही है। बताया जाता है कि कुछ स्थानीय लोग जब जंगल में जलावन लाने व मवेशियों को चराने के लिए जंगल में गए थे तो कुछ संदिग्धों को जंगल में भ्रमण करते हुए देखा था। इसकी भनक लगने के बाद पुलिस टीम जंगल में सघन छापेमारी अभियान शुरू कर दिया।

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एएसपी अभियान दिवेश कुमार मिश्र ने बताया कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुलिस जिले के विभिन्न संदिग्ध जगहों छापेमारी की जा रही है। जिसमें नौरंगिया व अन्य थानों को भी शामिल किया गया है। बताया जाता है कि ग्रामीणों ने मदनपुर के जंगल में दिखे संदिग्धों को लाल सलाम की टीम बता रही है। जिनके पास हथियार भी ग्रामीणों ने देखा लेकिन अभी तक इस जंगल में वैसे लोगों के भ्रमण की जानकारी किसी को नहीं है लेकिन पुलिस को जब सूचना मिली तो विभिन्न् जगहों पर छापेमारी अभियान शुरू कर दी है।

यहां बता दें कि इसके पहले भी एसटीएफ व जिला पुलिस की टीम ने वीटीआर के विभिन्न जंगलों में सर्च अभियान चलाया था। बताया जाता है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुलिस मुख्यालय की ओर सभी जिले के एसपी को आदेश जारी किया जाता है कि अपने-अपने क्षेत्र में सघन छापेमारी अभियान चलाए। जिसके तहत बगहा पुलिस जिले में भी उक्त अभियान चलाया जा रहा है।

दो हफ्ता बीत जाने के बाद भी नहीं मिला बाघ का लोकेशन

त्रिवेणी।पूर्वी नवलपरासी जिला के दुमकिबांस क्षेत्र में हमला कर दो व्यक्तियों को मौत के घाट उतारने वाले नरभक्षी बाघ को पकडऩे के लिए प्रयास जारी है। लेकिन दो हफ्ते बाद भी उसका लोकेशन ट्रेस नहीं हुआ। बाघ को पकडऩे के लिए राष्ट्रीय निकुंज के द्वारा गठित की गई टोली के प्रमुख सरोजमणि पौडेल ने बताया कि बाघ को पकडऩे के लिए निकुंज के तीन हाथी के साथ 15 सदस्यीय टीम जंगल में 15 दिनों से लगी हुई है। लेकिन जंगल बहुत बड़ा है इसलिए बाघ पर अभी तक नियंत्रण नहीं किया जा सका है। पहचान करने के लिए जंगल में जगह जगह कैमरा लगाया गया है। लेकिन कैमरा के द्वारा ली गई बाघ के पग मार्क का निशान काफी ज्यादा संख्या में है। पग मार्क के निशान से मालूम होता है कि ये एक बाघ के नहीं पांच बाघ के पग मार्क हैं।


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