Surya grahan june 2020 : ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान और पूजा-पाठ में जुटे लोग
Surya grahan june 2020 साल का पहला सूर्यग्रहण दुर्लभ और खास रहा। यह जिले में सुबह 1038 से शुरू होकर दोपहर 2.10 बजे तक रहा। इसके बाद स्नान और दान कर रहे।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Surya grahan june 2020 : साल का पहला सूर्यग्रहण रविवार की सुबह 10:38 शुरू हुआ था। दोपहर 2.10 बजे यह समाप्त हो गया। ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले यानी शनिवार की रात 10:38 बजे से ही लग गया था। सूतक काल में सभी मंदिरों के पट को बंद कर दिया गया था। पंडितों के मुताबिक, यह ग्रहण पूरे भारत में देखा गया। हालांकि मुजफ्फरपुर में आसमान में बादल छाए रहने के कारण यह कभी दिखा तो कभी नहीं। लेकिन, सूरज के घटते और बढ़ते स्वरूप को देखने के लिए लोग उत्साहित दिखे। वे विभिन्न सुरक्षित साधनों से इसे देखने की कोशिश करते रहे। कुछ खास मान्यताओं के कारण लोग घरों में बंद रही रहे। वहीं मंत्रों का जप करते रहे। जगदंबा नगर, बैरिया के आचार्य अभिनय पाठक व उमेश नगर, जीरोमाइल के गुरुदेव नीरज बताते हैं कि यह ग्रहण मृगशिरा, आद्र्रा नक्षत्र और मिथुन राशि में लगा था।
छह ग्रह होंगे वक्र अवस्था में
ग्रहण के दौरान छह ग्रह गुरु, शनि, मंगल, शुक्र, राहु और केतु वक्री अवस्था में रहे। ग्रहों की ऐसी स्थिति से सूर्यग्रहण बहुत ही अधिक प्रभावशाली हो गया था। रविवार को सूर्यग्रहण होने से इस दिन चूड़ामणि महायोग भी बना। मान्यता है कि ग्रहण के बाद लोग स्नान, ध्यान, जप, पूजा-पाठ व दान करते हैं। इसका कई गुना पुण्य मिलता है। कई लोगों ने इसका पालन भी किया। साल का पहला सूर्यग्रहण 21 जून को लगा। यह साल का सबसे बड़ा दिन होता है। इसलिए इसे बेहद खास और दुर्लभ ग्रहण बताया गया था।
नंगी आंखों से देखने से किया परहेज
जानकारों के मुताबिक, नंगी आंखों से ग्रहण देखने के कारण आंखों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इससे हमारी आंखें खराब भी हो सकती हैं। सूर्यग्रहण के वक्त उससे निकलने वाली पराबैगनी किरणों के कारण ऐसा होता है। इसलिए सूर्यग्रहण देखने के लिए लोगों ने सोलर फिल्टर चश्मे, दूरबीन, टेलीस्कोप आदि का इस्तेमाल किया।