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UPSC Result 2019 : मुजफ्फरपुर के सुजीत व दिव्या ने सिविल सर्विस परीक्षा में मारी बाजी, ये रहे उनकी सफलता के राज

UPSC Result 2019 दिव्या को 79वीं तो सुजीत को मिली 122वीं रैंक। छह से आठ घंटे सिलेबस के अनुरूप प्रतिदिन पढ़ाई की।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 06:23 PM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 06:23 PM (IST)
UPSC Result 2019 : मुजफ्फरपुर के सुजीत व दिव्या ने सिविल सर्विस परीक्षा में मारी बाजी, ये रहे उनकी सफलता के राज
UPSC Result 2019 : मुजफ्फरपुर के सुजीत व दिव्या ने सिविल सर्विस परीक्षा में मारी बाजी, ये रहे उनकी सफलता के राज

मुजफ्फरपुर। यूपीएससी की सिविल सर्विसेज परीक्षा 2019 में जिले के युवाओं का भी जलवा रहा। शहर की दिव्या शक्ति व कटरा प्रखंड के यजुआर निवासी सुजीत शंकर ने बाजी मारी। दिव्या को 79वीं रैंक मिली। वहीं सुजीत को 122वीं रैंक आई है।

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पहले प्रयास में दिव्या को मिली सफलता

शहर के डॉ.धीरेंद्र कुमार सिंह की पुत्री दिव्या शक्ति ने पहले प्रयास में ही सफलता प्राप्त की हैं। मां मंजुल प्रभा गृहिणी हैं। दिव्या की सफलता पर सगे संबंधियों और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ.संजय कुमार समेत अन्य ने बधाई दी है। बता दें कि दिव्या के पिता डॉ.धीरेंद्र कुमार सिंह गर्वमेंट मेडिकल कॉलेज बेतिया में सुप्रीटेंडेंट थे। पिछले महीने ही वे सेवानिवृत हुए हैं। मूल रूप से सारण जिले के रहने वाले हैं। यहां 1992 से ही वे जूरन छपरा में रह रहे हैं। बिटिया की सफलता से काफी प्रसन्न हैं।

भूगोल का चुनाव किया

दिव्या शक्ति बताती हैं कि राजस्थान से इंजीनियरिंग करने के बाद मुंबई के एक बैंक में जॉब कर रही थीं। लेकिन, मन में आइइएस बनने की तमन्ना थी। 2018 में उन्होंने दिल्ली में एक कोचिंग संस्थान में करीब तीन माह तक कोचिंग की। इसके बाद से घर पर रहकर ही तैयारी कर रही थीं। पहले प्रयास में ही सफलता मिल गई। उन्होंने बताया कि यूपीएससी के लिए भूगोल को चुना क्योंकि इसमें रूचि थी। इसके बाद छह से आठ घंटे सिलेबस के अनुरूप प्रतिदिन पढ़ाई की। सभी विषयों काे कवर करने के लिए एक योजना बनाई और उसी के अनुरूप पढ़ाई की। उन्होंने तैयारी करने वाले दूसरे विद्यार्थियों के लिए भी यही संदेश दिया कि जिस विषय में रूचि हो उसी के साथ यूपीएससी की तैयारी में जुटें और सिर्फ मेहनत करने से इसमें सफलता मुश्किल है। इसके लिए एक स्ट्रेटजी बनाएं। क्योंकि इसमें सभी विषयों का गहन अध्ययन करना होता है। इसीलिए एकत्रित होकर तैयारी करें तो सफलता निश्चित मिलेगी।

तीसरे प्रयास के बाद सफल हुए सुजीत

कटरा प्रखंड के यजुआर गांव में किसान परिवार में जन्मे सुजीत शंकर के पिता उमेश झा व्यवसायी व मध्यवर्गीय किसान हैं। वहीं माता वीणा झा शिक्षक हैं। तीन भाइयों में सबसे छोटे सुजीत शंकर मेधावी रहे हैं। उन्होंने सीबीएसई की 10वीं तक की पढ़ाई मदर टरेसा विद्यापीठ, मुजफ्फरपुर से की। इसमें 9.2 सीजीपीए आया था। इसी तरह 12वीं की पढ़ाई बोकारो पब्लिक स्कूल से पास की। इसमें 86.4 प्रतिशत और आइआइइएसटी शिवपुर हावड़ा से बीटेक की डिग्री हासिल की। इसके बाद सिविल सर्विस की तैयारी में लग गए। लगातार तीसरे प्रयास में उन्हें यह सफलता मिली है। सुजीत के सबसे बड़े भाई सुमित शंकर बैंक में पीओ हैं। उनसे बड़े भाई अंकित शंकर एमटेक करने के बाद आगे की पढ़ाई जारी रखे हुए हैं। सुजीत शंकर की सफलता की खबर मिलते ही उनके पैतृक गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है। घर पर उनके माता-पिता को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। पिता उमेश झा व माता वीणा देवी को खुशियों का ठिकाना नहीं है। 


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