Darbhanga News : छात्रों को पोस्ट ऑफिस में पीपीएफ खाता पर मिलेगा 7.1 प्रतिशत ब्याज
पीपीएफ खाता कोई भी भारतीय नागरिक किसी भी उम्र में खुलवा सकता है। यह खाता नाबालिग बचों का भी खोला जा सकता है। 15 वर्षीय इस योजना को मात्र 500 रुपया से खोला जा सकता है। Darbhanga News
दरभंगा, जेएनएन। दरभंगा प्रमंडल कार्यालय के डाक अधीक्षक उमेशचंद्र प्रसाद ने शुक्रवार को कर्मियों की बैठक की जिसमें , पीपीएफ खाता का लाभ स्कूली छात्रों के बीच पहुंचाने की अपील की। कहा- डाक अधीक्षक प्रसाद ने बताया कि डाक विभाग का पीपीएफ एक दीर्घकालिक निवेश योजना है जो, स्थिर लाभ अर्जित कराता है। इसमें 7.1 एक प्रतिशत वार्षिक ब्याज के साथ यह प्रधान राशि का समुचित बचाव योजना का लाभ मिलता है। यह एक सार्वजनिक भविष्य निधि योजना है जो, कम जोखिम वाले लोगों के लिए आदर्श है। पीपीएफ खाता कोई भी भारतीय नागरिक किसी भी उम्र में खुलवा सकता है।
यह खाता नाबालिग ब'चों का भी खोला जा सकता है। 15 वर्षीय इस योजना को मात्र 500 रुपया से खोला जा सकता है। एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 500 रुपया तथा अधिकतम 1.5 लाख रुपया जमा किया जा सकता है। पीपीएफ खाते में निवेश हर साल किया जाता है ताकि, यह सुनिश्चित किया जा सके कि खाता सक्रिय रहे। तीन साल जमा करने के बाद निवेश राशि पर ऋण लेने की सुविधा है। खाते खुलवाने के पांच साल बाद जमा राशि का 50 प्रतिशत निकाला भी जा सकता है।
संस्कृत विवि में अपादान कारकम विषय पर वेबिनार नौ को
कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के व्याकरण विभाग में नौ नवंबर को अपादान कारकम विषय पर वेबिनार आयोजित किया जाएगा। वेबिनार का उद्घाटन कुलपति प्रो. शशिनाथ झा और स्वागत भाषण प्रो. उमेश शर्मा देंगे। वहीं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. यदुवीर स्वरूप शास्त्री करेंगे। उपकुलसचिव सह पीआरओ निशिकांत ने बताया कि वेबिनार को यादगार बनाने के लिए देश के जाने माने व्याकरणाचार्य को कार्यक्रम से जोड़ा जाएगा। मुख्य वक्ता के रूप में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के श्रृंगेरी परिसर के प्रो. सीएसएस नरङ्क्षसह मूर्ति और विशिष्ट वक्ता के रूप में लाल बहादुर शास्त्री संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली के प्रो. सुजाता त्रिपाठी को आमंत्रित किया गया है। वहीं असम विश्वविद्यालय सिलचर के डॉ. गोङ्क्षवद शर्मा एवं केंद्रीय विश्वविद्यालय तिरूपति के डॉ. पंकज कुमार व्यास सारस्वत वक्ता के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. एल सविता आर्या को बनाया गया है।