पूर्वी चंपारण के चिरैया में जाति, आय व आवासीय प्रमाण पत्रों के लिए भटक रहे छात्र
पूर्वी चंपारण के चिरैया में महीनों से आय आवासीय जाति ओबीसीएनसीएल आदि प्रमाण पत्रों का कार्य लंबित है। इससे विभिन्न तरह की प्रतियोगिता परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों सहित अन्य छात्र व छात्राओं सहित आमजन काफी परेशान हैं।
पूर्वी चंपारण, जागरण संवाददाता। अंचलाधिकारी के छुट्टी पर चले जाने के कारण आरटीपीएस से प्रमाण पत्र लेनेवाले विद्यार्थियों सहित आम जन काफी परेशान हैं। ऐसे लोगों की सुधि लेना वाला न कोई पदाधिकारी है और न स्थानीय नेता। हाल चिरैया अंचल कार्यालय का है। यहां के सीओ कोरोना पाजीटिव होने के कारण दिल्ली में इलाजरत हैं। इसके बाद ढाका सीओ रीना कुमारी को चिरैया अंचल का प्रभार सौंपा गया था। लेकिन, प्रमाण पत्र लेने वालों ने कहा कि ढाका अंचलाधिकारी ने चिरैया में अबतक अपना योगदान ही नहीं दे सकी हैं। इसके कारण महीनों से आय, आवासीय, जाति ओबीसीएनसीएल आदि प्रमाण पत्रों का कार्य लंबित है। इससे विभिन्न तरह की प्रतियोगिता परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों सहित अन्य छात्र व छात्राओं सहित आमजन काफी परेशान हैं। सभी प्रतिदिन अंचल कार्यालय का चक्कर लगाकर घर जाने को विवश है ।
कई परीक्षा फार्म व नौकरी के लिए आवेदन में हो रही परेशानी
छात्र से लेकर आम जनता तक सभी कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। प्रखंड के मंगुराहां गांव के प्रभु प्रसाद साह का पुत्र सात्विक साह ने बताया कि उन्हें जेई मेंस के लिए ओबीसीएनसीएल प्रमाण पत्र की आवश्यकता है। इसके लिए 16 जनवरी अंतिम तिथि निर्धारित है। लेकिन उक्त प्रमाण पत्र के लिए अंचल कार्यालय का चक्कर लगाने के लिए विवश हैं। ओबीसी एनसीएल प्रमाण पत्र के लिए मैने ऑनलाइन आवेदन कर दिया है। लेकिन कार्यालय कर्मियों द्वारा बताया जा रहा है कि अंचलाधिकारी छुट्टी पर है। प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर नहीं हो सका। सीओ के छुट्टी से वापस आने के बाद ही हस्ताक्षर हो सकेगा। सात्विक साह जैसे बहुत सारे लोग है जो कई तरह के प्रमाण पत्रों के लिए प्रतिदिन अंचल कार्यालय का चक्कर लगाने पर मजबूर है। इधर सात्विक साह का कहना है कि अगर समय पर प्रमाण पत्र नही मिला तो उनका जेई मेंस का फार्म नही भरा सकेगा।