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मुजफ्फरपुर में ऑक्सीजन की कालाबाजारी पर सख्ती, ड्रग इंस्पेक्टर को जवाबदेही

Black marketing of oxygen in Muzaffarpur सांसद अजय निषाद ने जिलाधिकारी से कोरोना इलाज पर लिया फीडबैक। ऑक्सीजन की कमी को लेकर अशोका अस्पताल में नए मरीज को भर्ती को रोका। सिविल सर्जन ने हर अस्पताल से मांगी रिपोर्ट हर स्तर पर होगा सहयोग।

By Murari KumarEdited By: Published: Sun, 18 Apr 2021 12:54 PM (IST)Updated: Sun, 18 Apr 2021 12:54 PM (IST)
मुजफ्फरपुर में ऑक्सीजन की कालाबाजारी पर सख्ती, ड्रग इंस्पेक्टर को जवाबदेही
मुजफ्फरपुर मेंऑक्सीजन की कालाबाजारी पर हुई सख्ती।

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना मरीज के इलाज के लिए ऑक्सीजन की कमी से परेशानी बनी हुई है। सिविल सर्जन ने दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद ऑक्सीजन पर निगरानी बढ़ाई है। ऑक्सीजन की हो रही कालाबाजारी पर सख्ती के लिए ड्रग इंस्पेक्टर को जवाबदेह बनाया गया है। अगर आपूर्ति नही हुई तो सख्त एक्शन होगा। 

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सेना से संचालित कोविड अस्पताल के संचालन की उम्मीद

सांसद अजय निषाद ने जिलाधिकारी प्रणव कुमार से कोरोना के इलाज व ऑक्सीजन की व्यवस्था पर बातचीत की। सांसद ने बताया कि ऑक्सीजन व दवा की कमी को दूर करने के लिए हर स्तर पर पहल हो रही है। वह खुद प्रतिदिन इलाज व दवा को लेकर वरीय अधिकारी के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि सेना की ओर से संचालित कोविड अस्पताल के संचालन के लिए वह मंत्रालय से संपर्क में हैं। एक से दो दिन में वहां से अस्पताल खोलने के लिए हरी झंडी मिलने की उम्मीद है। पहले वाले अस्पताल का बहुत सामान अभी वहां पर है। कुछ सामान बाहर से आने के बाद वहां पर इलाज होने लगेगा। आम आदमी से मास्क का उपयोग करने व बिना जरूरी काम से बाहर नहीं निकलने की अपील की। खुद बचें और दूसरे को भी बचाएं। 

ऑक्सीजन की कमी से रोका इलाज 

जूरन छपरा स्थित अशोका अस्पताल के संचालक वरीय चिकित्सक सुभाष कुमार ने कहा कि उनके यहां 30 बेड हैं, लेकिन ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए फिलहाल 20 मरीजों को ही भर्ती किया गया है। जिलाधिकारी और सिविल सर्जन के हस्तक्षेप से शनिवार को उनको ऑक्सीजन मिली है। दो दिनों के अंदर आवश्यकता के मुताबिक ऑक्सीजन मिलने लगेगी तो फिर बेड की संख्या बढ़ा दी जाएगी। 

निजी अस्पतालों को रोज भर्ती व इलाजरत संक्रमितों की देनी होगी जानकारी 

सिविल सर्जन डॉ.एसके चौधरी ने बताया कि निजी अस्पताल जो कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे हैं उन्हें कोई रिपोर्टिंग नहीं करते। जब ऑक्सीजन की कमी हुई तो शनिवार को उनसे मिलने के लिए आए। कुछ ने ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग की। सीएस ने बताया कि निजी अस्पतालों की रिपोर्टिंग नहीं होने से मरीजों की ट्रैङ्क्षकग और टेङ्क्षस्टग नहीं हो पा रही है।  कोरोना का इलाज कर रहे निजी अस्पतालों ने ऑक्सीजन की डिमांड की। इसमें माडीपुर स्थित वैशाली कोविड अस्पताल ने सौ, अशोका अस्पताल ने 70 व आइटी मेमोरियल ने 50 सिलेंडर की डिमांड की है। सीएस ने बताया कि रविवार को सभी अस्पतालों को पत्र लिखकर निर्देशित करेंगे कि वे भर्ती होने वाले और इलाजरत सभी मरीजों की पूरी जानकारी हर दिन उन्हें उपलब्ध कराएं। 


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