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मधुबनी में अजीबोगरीब घटना, एक परिवार के लिए आश्विन मास की तृतीया तिथि बनी यमराज, तीन सालों में तीन मौत

Madhubani News बाबूबरही के भिखना में आश्विन मास की तृतीया तिथि को भोगेंद्र यादव की मौत से पूरा मोहल्ला सकते में पिछले साल इसी तिथि को उनकी मां का हुआ निधन एक साल पहले इसी तिथि को पिता की भी मौत।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 14 Oct 2021 01:15 PM (IST)Updated: Thu, 14 Oct 2021 01:16 PM (IST)
मधुबनी में अजीबोगरीब घटना, एक परिवार के लिए आश्विन मास की तृतीया तिथि बनी यमराज, तीन सालों में तीन मौत
मधुबनी में घटना के बाद शोकाकुल परिवार। जागरण

मधुबनी, बाबूबरही { मदन कर्ण}। आज की दुनिया विज्ञान की है। अंधविश्वास के लिए आज कोई जगह नहीं। समाज में प्रचलित कई अंधविश्वासों को वैज्ञानिकों ने अपने तर्क व तथ्यों से मिथ्या साबित किया है। हालांकि, हमारे इर्द-गिर्द कई ऐसी घटनाएं घटित होती हैं जो हमें सोचने पर मजबूर करती है। ऐसा ही एक मामला जिले के बाबूबरही थाना क्षेत्र में सामने आया है। यहां एक परिवार के लिए आश्विन मास की तृतीय तिथि यमराज बनी हुई है। तीन सालों में इस परिवार ने अपने तीन सदस्यों को खो दिया। दिलचस्प यह कि ये तीनों मौत आश्विन मास की तृतीय तिथि को ही हुई है। ऐसे में यह परिवार इलाके में लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।

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जानकारी के मुताबिक, थाना क्षेत्र के भिखना वार्ड एक में एक परिवार के साथ विगत तीन वर्षों से अजीबोगरीब घटना घट रही है। इस साल आश्विन मास की तृतीय तिथि (नौ सितंबर) को 50 वर्षीय भोगेंद्र यादव की अचानक मौत हो गई। मौत की खबर फैलते ही लोग स्तब्ध हो गए। मृतक भोगेंद्र यादव बिल्कुल स्वस्थ थे। नौ सितंबर की सुबह वे शौचादि से निवृत होकर घर पर ही थे। अचानक उनके पेट में दर्द शुरू हुई। जब तक लोग चिकित्सक को बुलाते, उनकी मौत हो गई। उनकी मौत के साथ ही परिवार व गांव में मातम छा गया। साथ ही हर जुबां पर एक ही बात थी कि इस परिवार के साथ यह क्या हो रहा है।

बता दें कि पिछले साल 2020 में आश्विन मास की तृतीया तिथि को ही मृतक भोगेंद्र यादव की माता रामवती देवी का निधन हो गया था। वहीं, 2019 में इसी तिथि को उनके पिता बगध यादव उर्फ भगत यादव की मौत हुई थी। पिछले तीन सालों से एक ही तिथि में परिवार के तीन लोगों की मौत से लोग सकते में हैं।

अजीबोगरीब घटना से परिवार के लोगों की बढ़ी चिंता 

इस अजीबोगरीब घटना से परिवार के लोगों की चिंता बढ़ गई है। मृतक भोगेंद्र यादव के परिवार में उनके पीछे पत्नी परमीला देवी को पति की मौत का गम तो है ही, साथ ही अब उन्हें परिवार के अन्य सदस्यों की चिंता भी सताने लगी है। इनको तीन बेटे हैं। दो बेटों की शादी हो चुकी है, जबकि एक अविवाहित है। बड़ा बेटा राजेश यादव व उनकी पत्नी रुबी देवी, मंडला बेटा राकेश यादव व उनकी पत्नी कोमल कुमारी और सबसे छोटा बेटा राहुल कुमार परिवार में हो रही इस अजीबोगरीब घटना से चिंतित हैं। परिवार अत्यंत गरीब है और मजदूरी कर ये लोग अपना जीवनयापन करते हैं।


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