पश्चिम चंपारण के बगहा में एसएसबी हेड कांस्टेबल का शव नदी से बरामद
पश्चिम चंपारण के कमरछिनवा गांव से पेट्रोलिंग के बाद लौट रहे थे जवान मंगलवार की दोपहर गायब हुआ था जवान 48 घंटे बाद शव मिला नदी से जवान की इंसास रायफल मोबाइल टोपी के साथ ही अन्य सामग्री भी बरामद गया किया।
पश्चिम चंपारण, जासं। गोबरहिया थाना क्षेत्र के वीटीआर(वाल्मीकि टाइगर रिजर्व)केे कमरछिनवा दोन और हाथी नाला के बीच से बीते मंगलवार को रहस्यमय ढंग से लापता एसएसबी 65 वीं वाहिनी के हेड कांस्टेबल मो.असरफ (38) का शव हरहा नदी से गुरुवार की सुबह लगभग 11 बजे काफी मशक्कत के बाद ढूंढ निकाला गया। नदी से जवान की इंसास रायफल, मोबाइल, टोपी समेत अन्य सामग्री भी बरामद किया गया। जवान के गायब होने के बाद से एसएसबी,एनडीआरएफ और पुलिस लगातार सर्च अभियान में जुटी थी।
वीटीआर जंगल के बीचों बीच नेपाल की सीमा पर स्थित स्थल की भौगोलिक संरचना बेहद विषम है। इस वजह से जवान का शव ढूंढने में काफी परेशानी हुई। कमरछिनवा से हाथी नाला कंपनी लौट रहे जवान एएसआइ सतीश कुमार, सुखदेव ङ्क्षसह, राहुल शर्मा, मो. अ•ारुदीन खान, कांस्टेबल सुमन महाजन व मो. असरफ शामिल थे। मृतक सबके पीछे चल रहा था। इसी बीच जवान का पैर फिसल गया। जिससे डूबने से उसकी मौत हो गई। कैंप कार्यालय से शव को निजी वाहन से पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडल अस्पताल बगहा ले जाया गया।
मृत जवान जम्मू के राजौरी जिला स्थित फलनी गांव का रहने वाला था। उसके स्वजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। अधिकारियों के अनुसार बुधवार को एनडीआरएफ टीम शव की तलाश में जुटी। साथियों के दावों के बीच गुरुवार को ऑक्सीजन सिलेंडर मंगाया गया। जिसके सहयोग से एनडीआरएफ के जवान नदी की तलहटी तक पहुंचे। जहां हथियार समेत जवान का शव बालू में दबा मिला। बता दें कि मंगलवार की दोपहर कमरछिनवा गांव से लौटने के दौरान छह सदस्यीय दल में शामिल मो. असरफ गायब हो गया। साथी जवानों का दावा है कि नदी से आगे बढऩे के बाद अचानक जब असरफ नहीं दिखा तो उसकी खोजबीन की गई। लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। एसडीपीओ अर्जुन लाल के नेतृत्व में टीम लगातार सर्च अभियान चला रही थी।
--नदी में डूबे जवान का शव एनडीआरएफ, एसएसबी व जिला पुलिस के सहयोग से बरामद कर लिया गया है। उसका हथियार, मोबाइल व टोपी भी पानी से मिली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि उसकी मौत पानी में डूबने से हुई या और कोई कारण है। -किरण कुमार गोरख जाधव, एसपी, बगहा