औलाद के लिए खपा दी जिंदगी, जब कमर झुकी तो हुआ ऐसा सुलूक कि आंसुओं में डूबीं आंखें
ब्रह्मपुरा थाना के जूरन छपरा की घटना रात में दरवाजे पर खड़े होकर मिन्नतें करते रहा वृद्ध पर नहीं पसीजा बेटे का कलेजा। पुलिस ने पुत्र को गिरफ्तार कर भेजा जेल।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। ' बिता देता है एक उम्र/ औलाद की हर आरजू पूरी करने में/ उसी पिता के कई सपने/ बुढ़ापे में लावारिस हो जाते हैं।' किसी शायर की ये पंक्तियां रिश्ते की कमजोर पड़ती जा रही डोर और आत्ममुग्ध हो रही नई पीढ़ी को आईना दिखाने के काफी है। मुजफ्फरपुर में रिश्ते को तार-तार करने वाली एक घटना ब्रह्मपुरा थाना के जूरन छपरा में हुई। जहां पुत्र ने किसी बात को लेकर इस सर्द रात में मारपीट कर अपने पिता को बेघर कर दिया। सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने पुत्र को गिरफ्तार कर लिया। उस वक्त वह नशे में धुत था। पुलिस ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
पीडि़त केदारनाथ गुप्ता (87) ने बताया कि रात को पुत्र ने शराब के नशे में उनके साथ मारपीट की। इसके बाद घर से निकाल दिया और ताला बंद कर लिया। उम्र के इस आखिरी पड़ाव में उन्हें कुछ समझ नहीं आया कि क्या करें और कहां जाएं? काफी देर तक तो वे दरवाजे पर ही बैठे रहे कि कहीं पुत्र का कलेजा पसीजेगा और अंदर बुला लेगा। लेकिन, ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। कहीं से कोई उम्मीद नहीं मिली तो थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपित पुत्र रवींद्र कुमार गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया।
थानाध्यक्ष विश्वनाथ राम ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर आरोपित को जेल भेज दिया गया है। तीन दिन पूर्व भी बुजुर्ग को पुत्र ने परेशान किया था। उस समय भी वे थाना आए थे। थानाध्यक्ष ने खुद जाकर उन्हें घर पहुंचाया था और आरोपित को चेतावनी दी थी। इसके बावजूद उसने फिर वही हरकत की। आरोपित की एक छोटी दुकान है। इसी से परिवार का भरण-पोषण होता है। साथ ही कुछ जमीन जायदाद भी है। थानाध्यक्ष ने कहा कि बुजुर्ग अपने घर चले गए थे। उनकी पांच बेटियां हैं। इनमें से एक पुत्री पटना में रहती है। उसके पास जाने की बात वे बता रहे थे।